ओवैसी पर फायरिंग की खबर पर सुब्रमण्यम स्वामी बोले- भले ही राष्ट्रवादी न हों मगर देशभक्त हैं
नई दिल्ली: Aimim सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग की घटना की सभी ने कड़ी निंदा की है. सभी दलों के नेताओं ने एक स्वर में कहा है कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा है कि केवल तर्कहीन कट्टरपंथी ही सांसद ओवैसी की हत्या करना चाहेंगे. स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि ओवैसी राष्ट्रवादी न होते हुए भी देशभक्त हैं.
'भले ही राष्ट्रवादी न हों मगर देशभक्त हैं ओवैसी'
अपने बयानों और तर्कों से सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि तर्क परंपरा में विश्वास न करने वाले कट्टरपंथी ही केवल सांसद ओवैसी की हत्या करना चाहेंगे. ओवैसी भले ही राष्ट्रवादी न हों मगर वे देशभक्त हैं. अंतर केवल यह है कि ओवैसी हमारे देश की रक्षा करेंगे लेकिन वह ये नहीं मानते हैं कि हिंदू और मुस्लिमों का डीएनए एक ही है. हमें उनके मुखर तर्कों का सामना करना चाहिए न कि लोगों को बर्बरता पर उतर आना चाहिए."
'पूर्वजों को हिंदू नहीं मानते हैं ओवैसी'
सुब्रह्मण्यम स्वामी ओवैसी पर ये राय पहले भी दे चुके हैं. साल 2016 में उन्होंने कहा था कि ओवैसी देशभक्त हैं क्योंकि वे विदेश में भारत को डिफेंड करते हैं. हालांकि वह राष्ट्रवादी नहीं है क्योंकि वे अपने पूर्वजों को हिंदू के रूप में स्वीकार नहीं करते हैं.
बता दें कि गुरुवार शाम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान मेरठ से लौटते वक्त छिजारसी टोल प्लाजा पर उनकी गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई थी. आज तक के साथ खास बातचीत में ओवैसी ने कहा कि उन पर मेरठ से लौटते वक्त फायरिंग की गई थी.
यूपी पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों सचिन पंडित और शुभम को गिरफ्तार किया है. इन दोनों को अदालत ने शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यूपी पुलिस ने कहा है कि दोनों आरोपी ओवैसी के बयानों से नाराज थे. दोनों ही आरोपी ओवैसी को फॉलो कर रहे थे.
ओवैसी ने सरकार की सुरक्षा ठुकराई
इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई है, लेकिन ओवैसी ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि आरोपियों पर UAPA लगाया जाए.