शिक्षक का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर छात्रों ने स्कूल गेट पर किया धरना-प्रदर्शन
डूंगरपुर। डूंगरपुर कराड़ा स्कूल के टीचर जयंत कुमार के पक्ष में स्टूडेंट आ गए हैं। सुबह स्कूल पहुंचते ही स्टूडेंट गेट के सामने ही तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे। स्टूडेंट ने टीचर को मारपीट के झूठे मामले में फंसाने के आरोप लगाए। स्टूडेंट्स टीचर का निलंबन वापस लेने तक स्कूल में नहीं जाने की मांग पर अड़ गए हैं। स्कूल के टीचर भी बच्चों से समझाइश का प्रयास करते रहे, लेकिन स्टूडेंट टीचर को वापस लगाने पर ही कक्षाओं में आने की जिद करते रहे। कराड़ा स्कूल के टीचर जयंत कुमार को एक छात्र की पिटाई के बाद शिक्षा विभाग की ओर से 2 सितंबर को सस्पेंड कर दिया गया।
छात्र के पिता की ओर से सरोदा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। जिसमें छात्र की आवाज में दूसरे बच्चे की ओर से गाली गलौज करने पर पिटाई के आरोप लगाए थे। टीचर जयंत कुमार के निलंबन के विरोध में स्टूडेंट सोमवार सुबह 7 बजे स्कूल आते ही गेट के बाहर खड़े रहे। एक-एक कर सभी स्टूडेंट इकट्ठे हो गए और टीचर के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी। स्कूल के 450 से अधिक स्टूडेंट्स के एक साथ प्रदर्शन से गांव में भी हड़कंप मच गया। स्कूल प्रिंसिपल दीपक सुथार सहित स्टाफ स्कूल पहुंचा तो बच्चो के प्रदर्शन को देखकर वे भी चौंक गए। बच्चों ने टीचर जयंत निर्दोष है के नारे लगाए। बच्चों ने कहा कि टीचर स्कूल में 10 साल से पढ़ा रहे हैं, लेकिन आज तक किसी भी बच्चे को नहीं मारा। उनके पढ़ाई करवाने का तरीका और व्यवहार बहुत ही अच्छा है, लेकिन टीचर को गलत आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है।
स्टूडेंट्स ने कहा कि गाली गलौज करने पर टीचर ने डांटा या मारा भी होगा तो वह किसी गलत इरादे से नहीं मारा, लेकिन उन पर जिस तरह केस करके फंसाया जा रहा है। इसके बाद उन्हें निलंबित किया गया है ये गलत है। टीचर का निलंबन वापस लेने और उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को भी वापस लेने की मांग पर अड़ गए। स्कूल के टीचर बच्चों से समझाइश करते रहे, लेकिन बच्चे अपनी जिद के आगे नहीं माने। वे टीचर को वापस लगाने के बाद ही स्कूल के अंदर जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। गांव के लोग अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर बच्चों से समझाइश का प्रयास कर रहे हैं।