UGC ने कहा- देशभर के छात्र और शिक्षक करें पार्लियामेंट लाइब्रेरी के संसाधनों का उपयोग
नई दिल्ली (आईएएनएस)| पार्लियामेंट की लाइब्रेरी को देश के सभी नागरिकों के लिए खोला गया है। ऐसे में यूजीसी चाहता है कि देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से जुड़े छात्र व शिक्षक इस पुस्तकालय के संसाधनों का सदुपयोग करें। संसद पुस्तकालय वेबसाइट के आगंतुक पोर्टल पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है। छात्र, शिक्षक, रिसर्चर आगंतुक आदि संसद पुस्तकालय के उपयोग के लिए अपना समय बुक कर सकते हैं। इसी के लिए यूजीसी ने देशभर के शिक्षकों, शिक्षाविदों व छात्रों को इस सुविधा का लाभ लेने व और संसाधनों के सदुपयोग का परामर्श दिया है। यूजीसी के सचिव प्रो. मनीष आर. जोशी ने इस संबंध में देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों के प्राचार्यो को बकायदा एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि संसदीय ग्रंथालय में 17 लाख प्रकाशन सामग्री और उपलब्ध हैं। यह श्रेष्ठतम ग्रंथालयों में से एक है बड़ी संख्या में पुस्तकें, रिपोर्ट, सरकारी प्रकाशन, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट आदि पाठ्य सामग्री यहां उपलब्ध है।
संसद पुस्तकालय की वेबसाइट से पुस्तकों की विवरणिका और ई-संसाधनों के ब्यौरे से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। वेबसाइट पर संविधान सभा में की गई चर्चाएं, संसदीय समितियों की रिपोर्ट, प्रधानमंत्री के भाषण व 1854 के बाद के कई ऐतिहासिक दस्तावेज हैं।
यूजीसी के उच्च शिक्षण संस्थानों से अपील की है कि वह अपने छात्रों व शिक्षकों को संसद पुस्तकालय का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करें।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी छात्रों को संसाधनों के अधिक से अधिक इस्तेमाल के प्रति प्रेरित कर रहा है, इसी के मद्देनजर दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित सभी शिक्षण संस्थानों व विभागों को सुबह 8 से रात 8 बजे तक कैंपस परिसर खोलने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए इस महत्वपूर्ण निर्देश के मुताबिक, सभी संबंधित संस्थानों को 31 मई से पहले इस विषय में अपनी एक्शन टेकन रिपोर्ट देनी है। दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि यूजीसी निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि यूजीसी ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों से उपलब्ध संसाधनों के उपयोग का उचित उपाय करने को कहा है। यूपी की इस नई पहल का उद्देश्य ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन छात्रों और शोधकर्ताओं को अधिक समय लाभ प्रदान करना है।
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए इस संदेश के बाद अब विश्वविद्यालय से जुड़े संस्थान कक्षाओं और प्रयोगशालाओं को सुबह आठ से रात आठ बजे तक खोल सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में सभी विभागों को आवश्यक सूचना दे दी है।