मुजफ्फरपुर। जिले में मैट्रिक परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर लौट रही डेढ़ दर्जन से अधिक छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई. स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया गया. छात्राओं ने बताया कि परीक्षा खत्म होने के बाद कॉलेज कैंपस के लगे नल से पानी पीया था.
आरके हाई स्कूल छपरा से मीनापुर से परीक्षार्थी चंदवारा स्थित महिला शिल्प कला भवन में परीक्षा देने आई थी. परीक्षा के दौरान छात्रा पानी पीने कॉलेज में लगे स्वचालित नल के पास गई. पानी पीने के बाद एक छात्रा बेहोश हो गई. उसको बेहोशी हालत में देख बाकी छात्रा घबरा गईं. चंदवारा स्थित एमएसकेबी परीक्षा केंद्र से अखड़ाघाट पुल के पास पहुंचते ही एक के बाद एक करके करीब आधे दर्जन से अधिक बच्ची बीमार पड़ गईं. बीमार छात्राओं को परिजन और ऑटो ड्राइवर आनन फानन में सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच लेकर भागे. एसकेएमसीएच में 9 छात्राएं का इलाज के लिए पहुंचीं. दो छात्राओं को भर्ती किया है.
वहीं, सदर अस्पताल में 6 छात्रा पहुंची थीं. इनमें से दो छात्राओं को भर्ती किया गया है. सदर अस्पताल में पहुंचने वाली एक छात्रा सना परवीन की स्थिति गंभीर हो गई थी. वहीं, नसीमा परवीन सदर अस्पताल में भर्ती अपने सहेली को देखकर भर्ती हो गई. सभी छात्राओं को घबराहट और दांती लगने की शिकायत आ रही थी. बीमार बच्चे ने बताया कि एग्जाम के बाद हम लोगों ने पानी पीया था, जिसके बाद बीमार हो गए थे. मो. आमिर ने बताया कि एक ही गांव की 15 छात्राएं परीक्षा देकर वापस लौट रही थीं. इसी दौरान अखड़ाघाट पुल के पास 10 छात्राएं बेहोश हो गईं. कुछ छात्राओं को एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया है. कुछ सदर अस्पताल में भर्ती हैं. जो छात्रा बेहोश हुई हैं, उनमें से अधिकांश छात्राओं ने कॉलेज परिसर में नल का पानी पीया था. सभी छात्राएं मीनापुर के मदारी गांव की हैं.
मोहम्मद वाजिद ने बताया कि छपरा हाई स्कूल के बच्चों का सेंटर एमएसकेवी में पड़ा हुआ था. आज परीक्षा का आखिरी दिन था और सभी छात्राएं परीक्षा देकर गाड़ी से वापस लौट रही थीं. इसी दौरान अचानक से सभी छात्रा बेहोश हो गईं. बच्चियों से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कॉलेज परिसर में ही नल का पानी पीया था. सभी छात्राएं इस तरह से बेहोश हैं कि जैसे ही होश में आती हैं तो फिर से चक्कर आने लगता है और सांस काफी तेज हो जाती है. वहीं, सदर अस्पताल में इलाज करने वाले डॉक्टर प्रभात कुमार ने बताया कि मीनापुर से चार छात्राएं सदर अस्पताल में भर्ती हुई थीं. दो को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है. दो छात्राएं अभी भी भर्ती हैं. स्टेबल होते ही इन्हें भी घर भेज दिया जाएगा. चिंता करने की कोई बात नहीं है. अस्पताल में पहुंचे एसडीएम ईस्ट अमित कुमार ने बताया कि कुछ बच्चे बीमार पड़ गए हैं, तो उनको सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच में किया गया है. डॉक्टर के अनुसार एग्जाम का प्रेशर था.