छात्रा ने सीनियर छात्रों के खिलाफ दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का लगाया आरोप, मचा हड़कंप
अब चीफ प्रॉक्टर को शिकायत देकर छात्रा की ओर से कार्रवाई की मांग की गई है।
Bareilly News बरेली: रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीफार्मा प्रथम वर्ष की छात्रा ने सीनियर छात्रों के ऊपर दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्रा ने इससे पहले भी एक सीनियर के उसको थप्पड़ जड़ने की शिकायत की थी मगर उसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब चीफ प्रॉक्टर को शिकायत देकर छात्रा की ओर से कार्रवाई की मांग की गई है।
प्रथम वर्ष की छात्रा ने बताया कि बीते दिनों उसने तृतीय वर्ष के एक सीनियर छात्र की शिकायत की थी। सीनियर ने कैंपस के पास ही उसके थप्पड़ मारा था। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो यह सीनियर छात्र अब लगातार मेरा उत्पीड़न कर रहा है। इसने मेरे जीवन में दखल देना शुरू कर दिया है। शनिवार को मैं प्रैक्टिकल के विषय में अपने बैचमेट के साथ चर्चा कर रही थी। उसी समय सीनियर छात्र के इशारे पर सेकंड ईयर के छात्र आयुष सिंह चौहान, शिवम और थर्ड ईयर के छात्र मेहुल ने मेरे बैचमेट पर अचानक ही हमला कर दिया। किसी तरह से उसे बचाया गया। इस तरह की लगातार घटनाएं होने से मैं गहरे मानसिक अवसाद की स्थिति में हूं। विश्वविद्यालय कैंपस में डर का माहौल हो गया है। इसके कारण मेरी अकादमिक परफॉर्मेंस पर भी बुरा असर पड़ रहा है। छात्रा का कहना है कि उसके संग की कई और लड़कियों के साथ भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। उनका भी सीनियर छात्र लगातार शोषण कर रहे हैं। छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर से ऐसे छात्रों के ऊपर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
छात्रा ने जिन सीनियर छात्रों के ऊपर आरोप लगाया है यह पहले भी विश्वविद्यालय कैंपस में मारपीट और झगड़ा करते रहे हैं। इन लड़कों के ऊपर ही पीजी हॉस्टल में भी लड़ाई करने का आरोप लगा था। इन्हीं छात्रों ने बीटेक द्वितीय वर्ष के भी लड़के को बुरी तरह से पीटा था। अपने क्लास के लड़कों को भी फेयरवेल के लिए चंदा न देने पर पिटाई की थी। बार-बार शिकायत के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन इनके ऊपर कारवाई नहीं कर रहा है।
बरेली कॉलेज में बीसीए के छात्र ने छात्र नेता पर साथियों के साथ पिटाई करने, पैसे और घड़ी लूटने का आरोप लगाया था। आरोप है कि छात्र नेता ने उसके ऊपर तमंचा तानकर धमकी भी दी। शनिवार को पुलिस इस मामले की जांच करने पहुंची। पुलिस ने स्टाफ से पूछताछ की। स्टाफ के सदस्यों ने कहा कि हम लोगों के संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। सिर्फ एक छात्र दौड़ते हुए आया था और कहा कि कुछ लोग उसे मार रहे हैं। लेकिन, लाइब्रेरी के अंदर कोई मारपीट नहीं हुई। उधर, चीफ प्रॉक्टर डॉ आलोक खरे ने बताया कि आरोपी छात्र के साथ-साथ शिकायतकर्ता को भी नोटिस दिया गया है। शिकायतकर्ता ने कॉलेज में तीन प्रार्थना पत्र दिए हैं। तीनों में अलग-अलग आरोप लगाए हैं। शिकायतकर्ता छठे सेमेस्टर का छात्र है। ऐसे में उसकी रैगिंग का आरोप भी सही नहीं लग रहा है। पूरा प्रकरण छात्र संगठनों के वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है।
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय कैंपस में बने हॉस्टल के सामने बीफार्मा प्रथम वर्ष के दो छात्रों व द्वितीय वर्ष के तीन छात्रों के बीच मंगलवार रात को विवाद हो गया। कहासुनी से शुरू हुआ मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इसमें भी रैगिंग के आरोप लगे थे।
चीफ प्रॉक्टर डॉ.ए.के.सिंह ने कहा कि छात्रा की शिकायत मिली है। आरोपी छात्रों से पूछताछ के साथ ही पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी