भारत पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री का जोरदार स्वागत, अब ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया ये काम
नई दिल्ली: बीजेपी के दो नेताओं के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान से इस्लामिक देशों की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई. कई देशों ने भारतीय राजदूतों को तलब किया तो कुछ देशों में भारतीय वस्तुओं के बहिष्कार की भी मांग उठने लगी. इसी हंगामे के बीच ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अबदुल्लाह बुधवार को भारत के दौरे पर आए.
ईरान के विदेश मंत्री ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की. इस बातचीत में भी ईरान के विदेश मंत्री ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मुद्दा उठाया. हालांकि, गुरुवार को ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस बातचीत को लेकर वेबसाइट पर जारी किए गए बयान से पैगंबर मोहम्मद विवाद से जुड़े कुछ हिस्से को हटा दिया.
ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाह बुधवार को भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की. इन मुलाकातों में मुख्य एजेंडा व्यापार, कनेक्टिविटी और आतंकवाद रहा.
बुधवार को ईरान के विदेश मंत्रालय ने आमिर अब्दुल्ला और डोभाल के बीच बातचीत को लेकर जो बयान जारी किया था, उसमें भारत में कुछ लोगों द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी से उपजे खराब माहौल का जिक्र था. इसमें ये भी कहा गया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल ने ईरान के विदेश मंत्री को बताया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
जब भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि, उन्होंने कहा, जहां तक मुझे पता है कि बयान के जिस हिस्से की आप बात कर रहे हैं, उसे हटाया जा चुका है.
ईरान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर संशोधित बयान में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के मुद्दे पर डोभाल के जवाब का थोड़ा सा ही जिक्र है. जबकि पहले वाले बयान में इस मुद्दे पर विस्तार से कई बातें लिखी हुई थीं.
ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाह ने ट्वीट में भी भारतीय नेतृत्व के सामने इस मुद्दे को उठाने का जिक्र किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करके खुशी हुई. द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. ईरान और भारत सभी धर्मों, इस्लामिक प्रतीकों का सम्मान करने की जरूरत और लोगों को बांटने वाले बयानों से बचने को लेकर पूरी तरह से सहमत हैं.
हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि ईरान के विदेश मंत्री और जयशंकर की मुलाकात में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई थी. उन्होंने कहा, मेरे हिसाब से इस मुलाकात में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मुद्दा नहीं उठाया गया.
सऊदी अरब, यूएई, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, ईरान, कुवैत और कतर ने पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी नेताओं की विवादित टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. ईरान, कुवैत और कतर ने तो भारतीय राजदूतों को भी समन भेज दिया था.
बागची ने कहा, हमने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि कुछ नेताओं के विवादित ट्वीट्स और टिप्पणी सरकार के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. विवादित टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ ऐक्शन भी लिया जा चुका है.