अजीब मामला: शख्स का दावा, DJ की जोरदार आवाज से मर गईं 63 मुर्गियां, उठाया ये कदम
नई दिल्ली: तेज आवाज में डीजे बजाने से पशुओं और पक्षियों को परेशानी की तमाम रिसर्च आपने पढ़ी होंगी, लेकिन ओडिशा का यह मामला हैरान कर देगा। ओडिशा के बालासोर जिले में मुर्गी फार्म चलाने वाले शख्स ने आरोप लगाया है कि तेज डीजे की आवाज से उसकी करीब 63 मुर्गियां मर गई हैं। मुर्गी फार्म के मालिक ने आरोप लगाया है कि उनके गांव में आई एक बारात में बज रहे डीजे की तेज आवाज से उनके खेत में कम से कम 63 मुर्गियों की मौत हो गई। मालिक ने आरोप लगाया कि उसने वहां जाकर लोगों से आवाज कम करने की अपील की लेकिन लोगों ने उसे गाली देकर भगा दिया। इसके बाद उसने खेत में देखा तो पाया कि उसके फार्म में 63 मुर्गियों की मौत हो गई।
बालासोर जिले के नीलागिरी थाना क्षेत्र के कंडागराडी गांव के रंजीत परिदा ने सोमवार को एफआईआर कर आरोप लगाया कि रविवार की रात आई बारात के दौरान दूल्हे की तरफ के लोगों ने तेज आवाज में संगीत बजाया जिसके कारण उनके खेत में 63 मुर्गियों की मौत हो गई। फार्म मालिक ने कहा, "रविवार की रात करीब 11 बजे मैतापुर के पास के गांव से दूल्हे की तरफ के लोग डीजे-संगीत के साथ मेरे गांव पहुंचे थे। दूल्हे की पार्टी ने तेज आवाज में पटाखे भी फोड़े थे। इतनी तेज आवाज मुर्गियों के लिए बहुत अधिक थी। मैंने बारात में लोगों से आवाज़ कम करने का अनुरोध किया। हालाँकि, वे सभी नशे में धुत्त लग रहे थे और वे मुझे गाली दे रहे थे। मेरे खेत में घबराई हुई मुर्गियाँ डर के मारे इधर-उधर भागने लगीं और एक घंटे बाद मुझे 63 मुर्गियाँ मरी हुई मिलीं।"
मुर्गी किसान ने कहा कि अगली सुबह जब उसने दुल्हन के परिवार से मुर्गी पक्षियों की मौत के बारे में पूछा तो उन्होंने मुआवजा देने से इनकार कर दिया। परीदा ने कहा, "तेज आवाज के कारण लगभग मेरे 150 किलो चिकन का नुकसान हो गया क्योंकि मुर्गियां सदमे से मर गई थीं।" नीलागिरी पुलिस थाना प्रभारी द्रौपदी दास ने कहा कि उन्होंने परिदा और उनके पड़ोसी दोनों को शिकायत पर चर्चा के लिए बुलाया है।
जानवरों के व्यवहार पर एक किताब लिखने वाले जूलॉजी के जाने-माने प्रोफेसर प्रो सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि तेज आवाज से इंसानों के साथ-साथ पक्षियों में भी हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। जोरदार संगीत के कारण उन्हें समस्या हो सकती है। 2019 में, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश में डिस्क जॉकी (डीजे) पर एक पूर्ण प्रतिबंध जारी किया था और उन्हें "मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा" कहा था।