एसटीएफ टीम को मिली बड़ी कमयाबी, नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के गैंग का किया पर्दाफाश
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कानपूर: यूपी एसटीएफ ने नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है. इसमें चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि एक फरार है. ये गैंग खरीदार की डिमांड के हिसाब से लखनऊ और आसपास के जिलों से प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खरीद करता था. इसके बाद डार्क वेब के माध्यम से डील करता था और बिटकॉइन में पेमेंट लेता था.
गौरतलब है कि एसटीएफ को प्रतिबंधित नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के बारे में सूचना मिली थी. इस पर एसटीएफ ने जाल बिछाया और लखनऊ के मदेयगंज इलाके से बस्ती निवासी फैजान खान, लखनऊ के तौफीक उर्फ सुफियान, अशरफ खान और सार्थक वर्मा को गिरफ्तार किया. ऑनलाइन खरीदारों से संपर्क करने वाला इस गैंग का पांचवा मेंबर सुमित शर्मा अभी फरार है.
आरोपियों से पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासा हुआ. पता चला है है कि ये गैंग खरीदारों का नंबर लेकर डार्क वेब के जरिए नशीली दवाएं बेचते थे. ये दवाएं लखनऊ और आसपास के जिलों से खरीदी जाती थीं. इसके बाद इन्हें कुरियर से भेजा जाता था और बिटकॉइन में पेमेंट लिया जाता था.
इससे पहले सिंतबर में यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के आलमबाग इलाके से इसी धंधे से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से प्रतिबंधित दवाओं की 1300 गोलियां एक पैकेट में बरामद हुई थीं. इन दवाओं के अलावा इस गैंग के पास से 30 इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड, 17 मोबाइल और 4 कारें भी बरामद हुईं.
बरामद यह दवाइयां अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों में प्रतिबंधित हैं. इन देशों में नशे के कारोबारियो में इन दवाओं की डिमांड बहुत है. लखनऊ से पकड़ा गया गैंग अमीनाबाद से इन दवाओं को 400 रुपये में खरीदता था और अमेरिका में 400 डॉलर (करीब 31 हजार) में सप्लाई कर रहा था.