सिक्स लेन पुलों का निर्माण एक सप्ताह में शुरु करें: मंडलायुक्त
पांवधोई किनारे सड़क पर फुटपाथ का कार्य नहीं मिला गुणवत्ता पूर्ण
सहारनपुर। स्मार्ट सिटी चेयरमैन व मंडलायुक्त डाॅ. लोकेश एम ने दाल मण्डी पुल के निकट व चतरा पुल के निकट बनाये जाने वाले सिक्स लेन पुलों का निर्माण कार्य एक सप्ताह में शुरु करने के निर्देश दिए। उन्होंने नवनिर्मित सब्जी मण्डी पुल के एप्रोच का कार्य भी एक-दो दिनों के भीतर ही पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने फुटपाथ निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान न रखे जाने पर नाराजगी जतायी। स्मार्ट सिटी चेयरमैन डाॅ. लोकेश एम बुधवार की दोपहर अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी से सम्बंधित कार्यो का निरीक्षण कर रहे थे। मंडलायुक्त ने सबसे पहले नव निर्मित सब्जी मण्डी पुल पहुंचे और एक-दो दिन में ही कंक्रीट अथवा डीबीएन से पुल एप्रोच का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुल की स्लैब पर पडे़ कचरे की सफाई के भी निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने खुमरान पुल व दालमण्डी पुल के बीच कोतवाली के सामने तथा चतरा पुल व सब्जी मण्डी पुल के बीच शिवालिक बैंक के सामने बनाये जाने वाले सिक्स लेन पुलों का कार्य एक सप्ताह के भीतर शुरु करने के निर्देश उत्तर प्रदेश सेतु निगम अधिकारियों को दिए।
पांवधोई नदी के बायी ओर अंसारी रोड़ व कोतवाली गेट के पीछे सड़क पर बनाये गए फुटपाथ की टायलों का ढलान ठीक न होने, टायलों के बीच गैप होने, फिनिशिंग ठीक न होने और कार्य के दौरान जगह-जगह मलवा छोडे़ जाने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताते हुए अविलम्ब फुटपाथ की कमियों को दूर कराने तथा मलवा उठवाने के निर्देश दिए। कोतवाली के पीछे फुटपाथ पर पार्किंग किये जाने पर भी नाराजगी जतायी और कोतवाली प्रभारी को वहां फुटपाथ पर पार्किंग न होने देने के निर्देश दिए। इसके बाद मंडलायुक्त ढमोला पुल पर पहुंचे और पुल के समीप ढमोला में जल निगम द्वारा निर्माण कराये जा रहे इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जल निगम अधिकारियों को कहा कि वे पम्पिंग स्टेशन के निर्माण कार्य का नियोजन इस प्रकार करें कि वर्षा ऋतु से पहले ही नींव का कार्य उच्चतम बाढ़ स्तर से ऊपर आ जाए। उन्होंने ढमोला पुल के निकट एसएएम इंटर काॅलेज के सामने ट्रैंच लेस कार्य का भी निरीक्षण किया और 31 मार्च तक कार्य पूरा करने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी के डीजीएम सिविल दिनेश सिंघल, अधिशासी अभियंता अमरेन्द्र गौतम, परियोजना प्रबंधक जितेन्द्र सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम रुचिन यादव व जेएसपीएल के प्रोजेक्ट इंजीनियर अरुण आदि शामिल रहे।