एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनीं सृष्टि गोस्वामी, अफसरों और कर्मचारियों को लगाई जमकर फटकार
उत्तराखंड की मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी
हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनीं. विधानसभा भवन में राज्य के मंत्री धन सिंह रावत ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री के तौर पर सृष्टि ने करीब दर्जनभर विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और कई दिशा-निर्देश दिए.
दरअसल, राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनीं. इसकी स्वीकृति और निर्देश मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से दिए गए थे. मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए सृष्टि गोस्वामी ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए. उन्होंने प्रदेश के जर्जर पुलों को भी ठीक करने के आदेश दिए.
सृष्टि गोस्वामी ने विधानसभा भवन में दोपहर 12 से तीन बजे तक समीक्षा बैठक की. दोपहर बाद तीन बजे बालिका निकेतन का निरीक्षण किया और यहीं बालिकाओं के साथ दोपहर का भोजन किया. फिर शाम साढ़े चार बजे हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश की बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में ये प्रयास है, जिससे ये मैसेज लोगों तक जाए कि हमारी प्रदेश की बालिकाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है, वो कुछ भी कर सकती हैं. देश की महिलाएं हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं. ये कदम लोगों तक संदेश देगा कि महिलाओं को सपोर्ट किया जाए तो वो कुछ भी करने में सफल हो सकती हैं.
उन्होंने कहा कि बालिका दिवस के अवसर पर सरकार की इस पहल की लोग खूब सराहना कर रहें हैं. बाल आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने बताया कि इस बाल विधानसभा का चयन पूरी तरह से सरकार के चयन जैसा होता है जिसका चुनाव होता है. विधायक और मुख्यमंत्री सहित विपक्ष भी चुना जाता है. अब इस बाल विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो चुका है.
वहीं एक दिन की मुख्यमंत्री बनी सृष्टि गोस्वामी ने बताया कि उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. साथ ही उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की और पलायन को भी प्रदेश की मुख्य समस्या बताया. उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री रावत को धन्यवाद दिया.