जयपुर। राजस्थान विधानसभा (Rajasthan assembly) सत्र में आज एक बार फिर स्पीकर सीपी जोशी (speaker cp joshi) का गुस्सा देखने को मिला. बुधवार को सदन में चल रही अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा (MLA Ramnarayan meena) और स्पीकर जोशी आपस में उलझ गए जिसके बाद दोनों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. बता दें कि मामला आदिवासियों और दलित बच्चों की छात्रवृत्ति से जुड़ा था जिस पर जोशी ने विधायक को सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी जिसके बाद रामनारायण मीणा ने जमकर नाराजगी जाहिर (debate in assembly) की. मीणा ने सदन में कहा कि एक विधायक होने के नाते सवाल पूछना हमारा विशेषाधिकार है.
वहीं स्पीकर जोशी बोले कि मैं इसकी अनुमति नहीं दे रहा हूं, अप्रसांगिक सवाल पूछने की अनुमति कभी नहीं दी जा सकती है. जोशी ने कहा, आप वरिष्ठ सदस्य है, आपसे मैं ऐसे आचरण की उम्मीद नहीं करता हूं. विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई जहां सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने इसके बाद विधायक राम नारायण मीणा के सवाल पर सदन में जवाब दिया. जूली ने कहा कि छात्रवृत्ति में आय सीमा का प्रावधान खत्म नहीं होगा. वहीं इसके बाद सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने अपने क्षेत्र से जुड़ा एक सवाल पूछा जिस पर वह पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे लेकिन स्पीकर जोशी ने सीएम सलाहकार को शांत कर बैठा दिया.
मालूम हो कि मंगलावर को स्पीकर जोशी और सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा के बीच तीखी बहस हुी थी और इसके बाद उन्हें मार्शल बुलवाकर बाहर भी भिजवा दिया गया था. जोशी और लोढ़ा के बीच हुई इस घटना की चर्चा सियासी गलियारों में आज भी हो रही है. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को भी अनुदान मांगों पर बहस चल रही है. सदन में आज राजस्थान विनियोग संख्या-2 विधेयक 2022 भी पुन:स्थापित किया जाएगा. वहीं शून्यकाल में सदन में विधायक स्थगन और नियम 295 के तहत लोकहित के जरूरी मुद्दे उठाए जाएंगे. इसके बाद सदन में संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल वित्त विभाग की दो अधिसूचनाएं भी पटल पर रखेंगे.