घोसी उपचुनाव में सपा ने फिर मारी बाजी, जीत से 'इंडिया' गठबंधन के नेता गदगद

Update: 2023-09-08 16:40 GMT
लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम में सपा के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को 42,759 मतों से हरा दिया। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के अनुसार सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को कुल 1,24,427 मत मिले हैं। भाजपा के दारा सिंह चौहान 81,668 मत हासिल कर सके। कुल 33 चरण में गिनती हुई। इस उपचुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर थी। घोसी के सियासी रण में साइकिल ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि भाजपा चारों खाने चित्त हो गई। बड़ी बात यह है कि विधानसभा चुनाव- 2022 में सपा से चुनाव लड़ने वाले दारा सिंह ने 22,000 मतों से जीत दर्ज की थी। घोसी सीट दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी।
उपचुनाव में वैसे तो मुकाबला भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच था, लेकिन प्रतिष्ठा एनडीए और इंडिया गठबंधन की दांव पर लगी थी। सपा प्रत्याशी की इस विशाल जीत से विपक्षी दलों का गठबंधन 'इंडिया' चहक उठा। विपक्ष के नेताओं ने कहा कि 'इंडिया' को जनता ने स्वीकार किया है। घोसी उपचुनाव के नतीजे लोकसभा चुनाव- 2024 पर भी दिखेंगे। उपचुनाव में जीत को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, यह झूठे प्रचार और जुमला जीवियों की पराजय है। दलबदल-घरबदल की सियासत करने वालों की हार है। उन्होंने कहा कि यह नतीजा भाजपा का अहंकार और घमंड को चकनाचूर करने वाला है। ये एक ऐसा चुनाव है, जिसमें जीते तो एक विधायक हैं पर हारे कई दलों के भावी मंत्री हैं। इंडिया टीम है और पीडीए रणनीति। जीत का हमारा ये नया फॉर्मूला सफल साबित हुआ है। घोसी की जनता को धन्यवाद। उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, यूपी एक बार फिर से देश में सत्ता परिवर्तन का अगुवा बनेगा। भारत ने ‘इंडिया’ को जिताने की शुरुआत कर दी है, ये देश के भविष्य की जीत है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने घोसी जीत पर जनता को बधाई दी। इंडिया गठबंधन को जीत दिलाने के लिए शुक्रिया कहा है। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद। यूपी में जंगलराज और अत्याचार के खिलाफ यह जीत है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि घोसी विधानसभा उपचुनाव का जो जनादेश मिला है, भाजपा उसका सम्मान करती है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह बात सत्य है कि जिस तरह के परिणाम की अपेक्षा हम लोगों को थी, उस तरह का परिणाम नहीं आया है। उन्होंने ईवीएम को लेकर अक्सर विपक्षी दलों के उठाए जाने वाले सवालों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मैं विपक्ष के लोगों से पूछना चाहता हूं कि इस परिणाम के बाद क्या वह ईवीएम पर प्रश्न खड़ा करेंगे? क्या उस सरकारी मशीनरी, संवैधानिक संस्थाओं, निर्वाचन आयोग पर प्रश्न खड़ा करेंगे?
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