एसपी Vs सीएम सुरक्षा अधिकारी: लात-घूंसे मारने के मामले में DGP ने दिए जांच के आदेश
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हिमाचल में एक चौंकाने वाली घटना हो गई. भुंतर एयरपोर्ट पर कुल्लू पुलिस अधीक्षक और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुरक्षा इंचार्ज कि बीच पहले बहस हुई और फिर अचानक बात हाथा पाई तक पहुंच गई. मामला एयरपोर्ट के बाहर उस समय हुआ जब सीएम सिक्योरिटी इंचार्ज एडिशनल एसपी बृजेश सूद फोरलेन प्रभावितों के एयरपोर्ट से बाहर खड़े होने की बात लेकर एसपी कुल्लू गौरव सिंह से उलझ गए. इस दौरान बहस तीखी हो गई और गौरव ने सूद को एक तमाचा रसीद कर दिया. इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने बीचबचाव करने की कोशिश भी की लेकिन सूद और एसपी गौरव भिड़ गए. इस दौरान एक अन्य सीएम सिक्योरिटी के कर्मी ने एसपी गौरव को लातें भी मारीं.
इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात ये रही कि पूरा घटनाक्रम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही हुआ. वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे के चलते कुल्लू पहुंचे थे. ये पूरी वारदात गडकरी के दौरे के दौरान हुई. दरअसल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चार दिवसीय हिमाचल दौरे पर हैं. इस दौरान वे कुल्लू भी पहुंचे. उनके साथ ही सीएम जयराम ठाकुर भी थे. भुंतर एयरपोर्ट के बाहर ही फोरलेन बनने के कारण प्रभावित लोग प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस उनको रोक रही थी. इसी दौरान सूद और एसपी गौरव के बीच सुरक्षा कारणों को लेकर बहस हो गई. इस बहस के दौरान ही अचानक एसपी गौरव ने सूद को थप्पड़ मार दिया. अचानक हुए इस घटनाक्रम को जब तक सूद समझते इतनी ही देर में अन्य पुलिसकर्मी बीच में आ गए और एक अन्य पुलिसकर्मी ने एसपी गौरव पर लातें बरसा दीं. फिर दोनों ही अधिकारियों को अन्य पुलिसकर्मी गाड़ियों के पीछे ले गए. हालांकि मामले में अभी तक कार्रवाई हुई या नहीं इस संबंध में सभी ने चुप्पी साथ ली है.
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सीएम का काफिला वहीं पर मौजूद था. जैसे ही दोनों अफसरों के बीच हाथापाई हुई प्रदर्शन कर रहे लोग सीएम के काफिले की तरफ बढ़ गए. इस दौरान अन्य पुलिसकर्मियों ने मामले को संभाला और प्रदर्शनकारियों को रोक कर सीएम के काफिले को आगे रवाना किया.
कुल्लू में हुई पुलिस अधिकारियों की झड़प के बाद अब पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच का आदेश दिया है. जांच का जिम्मा डीजीपी ने डीआईजी सेंट्रल रेंज मधुसूदन को सौंपा है. डीजीपी संजय कुंडू भी कुल्लू के लिए रवाना हो गए हैं. इस बात की पुष्टि हिमाचल पुलिस के प्रवक्ता भगत सिंह ठाकुर ने की. दो अधिकारियों के बीच खुलेआम इस तरह से झड़प के बाद पूर्व डीजीपी आईडी भंडारी ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचा है. मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और नियमों के अनुसार दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.