आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा गोवध व आपराधिक से सम्बन्धित 03 गैंग पंजीकरण कराया गया। जिसमें गोवध से 05 व आपराधिक (हत्या, लूट व चोरी) में संलिप्त 03 अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु उपरोक्त गैंग को जनपद स्तर पर सूचीबद्ध किया गया है। पंजीकृत गैंग में 1- थाना निजामाबादः अभियुक्त राकिब पुत्र राशिद निवासी वारीखास चांदपुर आयमा, थाना निजामाबाद, जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 38 वर्ष जो वर्तमान समय में जनपद आजमगढ़ में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर गोवध करके प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने जैसे अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है। इसका कोड नं0- “डी- 182” होगा। इस गैंग के सदस्य अबूशाद पुत्र बकरीदन निवासी वारीखास चांदपुर आयमा, थाना निजामाबाद, आजमगढ़, गुड़िया पुत्री वकील निवासी वारीखास चांदपुर आयमा, थाना निजामाबाद, आजमगढ़।
थाना देवगांव: अभियुक्त विकास यादव पुत्र कमला यादव निवासी रणमों चौकी पल्हना, थाना देवगांव, जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 27 वर्ष जो वर्तमान समय में जनपद आजमगढ़ में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर हत्या, लूट व चोरी जैसा अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (आपराधिक गैंग) किया गया है। इसका कोड नं0- “डी- 183” होगा। इस गैंग के सदस्य आनन्द यादव पुत्र सुभाष यादव निवासी मिर्जा आदमपुर थाना देवगांव जनपद आजमगढ़, फुरकान पुत्र गुफरान निवासी बसही अकबालपुर थाना देवगांव जनपद आजमगढ़ हैं। थाना निजामाबाद: अभियुक्त सगीर पुत्र मो0 वकील निवासी फरिहा पांच अना मोहल्ला थाना निजामाबाद जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 51 वर्ष जो वर्तमान समय में जनपद आजमगढ़ में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर गोवध व गो-तस्करी करने जैसे अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु गैंग को जनपद स्तर पर “सूचीबद्ध” (गोवध गैंग) किया गया है। इसका कोड नं0- “डी- 184” होगा। जिसके सदस्य अब्दुल्ला पुत्र मो0 सगीर निवासी फरिहा पांच अना मोहल्ला थाना निजामाबाद जनपद आजमगढ़ हैं।