सपा नेता आजम खान ने पुलिस को सुनाई खरी-खोटी, देखें VIDEO...

जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2023-05-27 14:47 GMT
रामपुर। यूपी के रामपुर में सपा के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां और अब्दुल्ला आजम खान पुलिस से उस समय उलझ गए जब उनकी कार को बापू मॉल के पास रोक लिया। यहां गाड़ी से उतरने पर आजम ने अपने अदांज में पुलिस को खूब खरी-खरी सुनाई। आजम ने इस दौरान पुलिस अफसरों को उनकी सरकार के दौरान किए अहसानों की भी याद दिलाई। जिस अंदाज में पुलिस अफसरों पर आजम ने सवाल दागे, सीओ सिटी ने भी उसी अंदाज में आजम को जवाब भी दिए। सीओ का जवाब सुनते ही आजम और अब्दुल्ला वहां से निकल गए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरअसल, सपा का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को डीएम से मिलने आया, इस बीच सपा कार्यालय को जाने वाले मार्ग पर फोर्स लगा दी गई। बापू मॉल पर सीओ सिटी अनुज चौधरी और शहर कोतवाल गजेंद्र त्यागी फोर्स के साथ मुस्तैद थे, इसी बीच आजम और अब्दुल्ला अपने समर्थकों के साथ पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आजम कार से नीचे उतरे और अपने अंदाज में सीओ पर कमेंट किया, मासा अल्लाह, खूबसूरत हो, अच्छा मुस्कुराते हो, सीओ बोले-आपसे ही सीखा है। आजम जवाब सुनकर रुके, फिर बोले-हमने सीओ बनवाया और हमारा ही अहसान भूल गए, सीओ ने फिर जवाब दिया, पहलवान था, सीओ बन गया, अहसान कैसा। आजम बोले-हम तो अपने बड़ों का अहसान मानते हैं।
एक के बाद एक जवाब सुन आजम शहर कोतवाल से मुखातिब हुए, बोले-हू आर यू, कोतवाल ने जवाब दिया, आईएम त्यागी...। एक के बाद एक पुलिस वालों के जवाब सुनकर आजम लौटने लगे, फिर बोले-आपके वीडियो बहुत हैं हमारे मोबाइल में, अच्छा यह बताओ, यह सब करके आपको नहीं लगता, सरकार की छवि खराब हो रही है...और आजम वहां से लौट गए।
सपा के डेलीगेशन के रामपुर पहुंचने से पहले ही शहर में जगह-जगह फोर्स मुस्तैद हो गई। कलेक्ट्रेट मार्ग पर अधिक फोर्स लगाया गया। गेट पर गाड़ियां चेक कीं और वहीं रुकवा दी गईं। वहां से डेलीगेशन पैदल आगे बढ़ा। सपा के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां की जिस केस में विधायकी छिन गई, उसी केस में सेशन कोर्ट से बरी किए जाने के बाद सपा ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। आजम और उनके परिवार पर कथित उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सपा का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को जिलाधिकारी से मिला और ज्ञापन सौंपा।
बतादें शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में भ्रष्ट अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद ही सियासी पारा चढ़ गया था। इस ट्वीट के कुछ घंटे बाद ही उनके निर्देश पर 21 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल गठित किया गया था। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को दोपहर बाद रामपुर में डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया आजम खां उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी डॉ. तजीन फात्मा व उनके समर्थकों पर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल में डाला गया। कोर्ट के आदेश पर वे जेल से मुक्त हुए। जिस कथित हेट स्पीच में आजम खां की विधायकी छीन ली और उनका वोट डालने का अधिकार समाप्त कर दिया, सेशन कोर्ट ने उसी केस में आजम खां को दोष मुक्त करार दिया है।
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