सपा ने रखी थी काशी कॉरिडोर की नींव, अखिलेश यादव का बड़ा दावा

Update: 2021-12-12 15:03 GMT

प्रधानमंत्री मोदी कल शुभ मुहूर्त पर बाबा विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham Corridor) के नए शानदार परिसर का उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंच चुके हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी वाराणसी पहुंचे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का स्वागत किया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पहुंचेंगे, जहां वे काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने वाले हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक दावे ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को हवा दे दी है. दरअसल, अखिलेश का दावा है कि काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव सपा ने रखी थी.

रविवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी ने की थी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो हम दस्तावेज भी दे सकते हैं, क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे. उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है कि प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने से बच जाए. अखिलेश ने कहा कि यह सब व्याकुल होकर किया जा रहा है.  आपको बता दें कि सोमवार को होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी गंगा तट से खुद जल लेकर बाबा विश्वनाथ मंदिर तक बने कॉरिडोर चल कर आएंगे और जलाभिषेक करेंगे. गर्भगृह में पूजन के वक्त पीएम मोदी, पुजारियों और न्यास के सदस्यों के अलावा कोई और नहीं होगा. प्रधानमंत्री के ललिता घाट से आते ही 151 सदस्यों वाला डमरू दल लगातार डमरू का वादन करेगा.

नवनिर्मित बाबा विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham Corridor) के लोकार्पण के लिए पूरी काशी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. काशी नगरी 11 लाख दीपों से दमकेगी, इस दौरान 30 बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. विकास परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर को देश की जनता को समर्पित करेंगे.

खास बात यह है कि राम मंदिर के भूमि पूजन और विश्वनाथ मंदिर में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की पुनर्स्थापना का मुहूर्त भी यहीं से निकला था. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए काशी के 8 लाख घरों में लड्डू बांटने की तैयारी है. इसे बनाने में 14 हजार किलो बेसन, सात हजार किलो चीनी और सात हजार किलो घी का इंतजाम किया गया है. लड्डू बनाने के लिए दस लोगों को लगाया गया है.  इसके लिए 600 श्रमिक दिन-रात काम कर रहे हैं. इस काम के लिए कई हलवाई दिन-रात जुटे हुए हैं. इन लड्डुओं की पैकिंग करने के लिए महिलाओं और पुरुषों दोनों को लगाया गया है. हर पैकेट में दो-दो लड्डू रखे रखे जाएंगे. डोर टू डोर प्रसाद पहुंचाया जाएगा. इसकी व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से की गई है. प्रसाद काउंटर मेंबर अंकित चौहान ने आज तक को बताया कि कुल 8 लाख में से 1 लाख का ऑर्डर उन्हें मिला है और बाबा की सेवा का सौभाग्य पाकर वह बहुत खुश हैं.

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