सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर से की दो बार मुलाकात, बताया कायाकल्प का फॉर्मूला
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नई दिल्ली: विधानसभा चुनावों में हुए खराब प्रदर्शन के बाद से बताया कायाकल्प का फॉर्मूलामें आ गई है. रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा तो 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर एक प्रेजेंटेशन भी दिया जा चुका है. प्रशांत किशोर द्वारा कांग्रेस को सुझाव दिया गया है कि उन्हें अगले लोकसभा चुनाव में सिर्फ 380 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए. बाकी बची सीटों पर गठबंधन के साथियों को मौका देना चाहिए.
इसके अलावा उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि कुछ राज्यों में पार्टी को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए तो कही पर सहयोगियों का साथ लेना चाहिए. मुलाकात में एक वक्त ऐसा भी आया जब प्रशांत किशोर द्वारा पार्टी को आईना दिखाया गया. उन्होंने दो टूक कह दिया कि वर्तमान में कांग्रेस पार्टी का संचार विभाग बिल्कुल भी दुरुस्त नहीं है. 55 स्लाइड की प्रेजेंटेशन में प्रशांत किशोर द्वारा सीटे बढ़ाने से लेकर संगठन मजबूत करने तक कई सुझाव दिए गए हैं.
अब उस प्रेजेंटेशन के बाद से ही कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार ताबड़तोड़ बैठकें की जा रही हैं. कई कमेटियों का गठन कर दिया गया है और जमीन पर जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है.
कांग्रेस कर रही लगातार बैठक
अब कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इन बैठकों पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बताया है कि कई मुद्दों पर गहन मंथन किया गया है. वे कहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा निर्धारित की गई समिति कांग्रेस को मजबूत और दुरुस्त बनाने के लिए 3 दिन से मंत्रणा कर रही है. संगठन में बदलाव, सुधार लाने की बात भी हो रही है. एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका को निभाने के लिए मंथन किया गया. जनता के अपेक्षा पर खरे उतरने की कोशिश की जा रही है.
वैसे बुधवार (अप्रैल 20) को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी दिल्ली आ सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस बारे में रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि दोनों मुख्यमंत्री से भी आज मंत्रणा की गई. उनका पार्टी और सरकार चलाने का अनुभव है. हमें उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटे में हम इस मंत्रणा को पूरा कर लेंगे और निर्णायक स्थिति में पहुंच जाएंगे.
मई में होगा चिंतन शिविर
अब इस बार कांग्रेस का ये बैठकों का दौर यही पर नहीं थमने वाला है. अभी तक सिर्फ कुछ दिग्गज नेताओं द्वारा मंथन किया जा रहा है. मई महीने में उदयपुर में कांग्रेस बड़े स्तर पर चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है. 9 साल बाद पार्टी फिर उदयपुर में इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में कांग्रेस के देश भर के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी. नेताओं की शिकायत पर भी विचार विमर्श किया जाएगा.
इससे पहले सोमवार को भी सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस नेताओं संग एक बैठक की गई थी. 6 घंटे की उस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर गहन मंथन किया गया. हिमाचल, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई और हाल के चुनावों में मिली हार पर समीक्षा भी की गई.