सोनाली फोगाट की मौत के बाद कर्लीज क्लब (Curlies Club) एक बार फिर चर्चा में आ गया है. सोनाली को इसी क्लब में उसके पीए सुधीर सांगवान ने शराब में ड्रग्स मिलाकर पिलाई गई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में गोवा पुलिस कर्लीज क्लब के मालिक एडविन, वेटर दत्ता प्रसाद को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस की पूछताछ में कार्लीज क्लब के मालिक ने यह कबूल किया था की उसकी रजामंदी से ही क्लब में ड्रग्स का इस्तेमाल किया जा रहा था.
वहीं सोनाली फोगाट की मौत से 11 दिन पहले यानी 12 अगस्त को आजतक के खुफिया कैमरे पर गोवा की अर्जुन पंचायत के सरपंच रहे पैट्रिक सावियो अलमीडा ने खुलासा किया था कि कर्लीज क्लब में खूब ड्रग्स चल रहे हैं. उन्होंने इसे रोकने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उनकी एक ना मानी. वहीं आजतक की स्पेशल इनवेस्टिगेटिव टीम ने कर्लीज क्लब के मैनेजर का भी स्टिंग ऑपरेशन किया. इसमें मैनेजर ने माना कि रोजाना दिन में क्लब के अंदर 8 से 9 लोग ड्रग्स लेकर आते हैं, लेकिन उन्हें भगा दिया जाता है.
खुफिया कैमरे के सामने सावियो ने दावा किया है कि कर्लीज क्लब के सभी वेटर ड्रग्स बेचते हैं. वहां आने वाले बच्चों को खराब किया जा रहा है. मुझे तो समझ नहीं आ रहा कि इन बच्चों का मेडिकल क्यों नहीं करवाया जाता. उनकी तरफ से कर्लीज की मैनेजमेंट को कहा गया था कि ड्रग्स वाले मुद्दे पर एक्शन लिया जाए, लेकिन उन लोगों ने पुलिस से कुछ सेटिंग कर ली. सावियो की मानें तो वहां पर एक बड़ी लॉबी सक्रिय चल रही है. ये समय के साथ और ज्यादा बड़ी और संगठित होती जा रही है. कर्लीज क्लब 2008 में भी 14 साल की ब्रिटिश लड़की स्कार्लेट की रेप के बाद हत्या के मामले को लेकर सुर्खियों में रहा था. तब इस मामले में हाई प्रोफाइल लोग, पुलिस, पॉलिटिशियन और ड्रग्स माफिया के खतरनाक गठजोड़ का पता चला था. बाद में इस मामले में गोवा के तत्कालीन गृह मंत्री रवि नायक के साहबजादे रॉय नायक का भी नाम सामने आया था. तब स्कार्लेट की मां फियोना मैकइयोन ने इल्जाम लगाया था कि रॉय नायक ने ही उनकी नाबालिग बेटी की ड्रग्स देकर जान ले ली.
इसके बाद अगस्त 2017 में भी कर्लीज के मालिक एडविन न्यूनेस को रेस्तरां में ड्रग्स पार्टी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जब केरल और तामिलनाडु के दो नौजवानों की ड्रग्स की ओवरडोज के चलते मौत हो गई थी लेकिन इन सब के बाद भी यह क्लब धड़ल्ले से चल रहा है.
सोनाली फोगाट की मौत के बाद एक बार फिर गावो पुलिस कार्लीज क्लब के खिलाफ एक्शन में आ गई है. सूत्रों के मुताबिक कार्लीज क्लब के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत दो केस पहले से दर्ज हैं. आंध्र प्रदेश के एक ड्रग्स के केस में कार्लीज क्लब का नाम सामने आया था. सूत्रों के मुताबिक गोवा पुलिस अब इन्हीं पुराने केस को आधार बनाकर क्लब का लाइसेंस रद्द करवाने की कवायद में जुट गई है.