फौजी की इलाज के दौरान मौत, आरोपी TTE की अभी तक गिरफ्तार नहीं
धक्का देने वाला टीटीई अब भी है लापता।
नई दिल्ली: हाल में टीटीई द्वारा कथित तौर पर चलती ट्रेन से फेंके जाने के बाद अपना एक पैर गंवाने वाले फौजी सोनू सिंह की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बलिया के रहने वाले सोनू सिंह की बुधवार शाम मौत हो गई. इसके बाद अब यात्री टिकट परीक्षक (टीटीई) सुपन बोर पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है. फिलहाल सुपन बोर फरार है.
जीआरपी बरेली के प्रभारी निरीक्षक अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद सेना के जवान का शव उसके परिवार को सौंप दिया गया है. सूबेदार हरेंद्र कुमार सिंह की तहरीर पर आरोपी बोर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल सुपन बोर फरार है. सोनू सिंह को 17 नवंबर को बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से कथित तौर पर धक्का दे दिया गया था.
सूबेदार हरेंद्र सिंह की शिकायत के मुताबिक सोनू सिंह जयपुर में राजपूत बटालियन में तैनात था. वह दिल्ली जा रहा था और सुबह करीब सवा नौ बजे पानी की बोतल लेने के लिए बरेली स्टेशन पर ट्रेन से उतरा था. पांच मिनट बाद जैसे ही ट्रेन चलने लगी उसने कोच में चढ़ने की कोशिश की.हालांकि, बोर ने कथित तौर पर उसे धक्का दे दिया, जिससे वह संतुलन खो बैठा और ट्रेन के नीचे गिर गया. सूबेदार सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि उसका एक पैर कट गया और दूसरा बुरी तरह कुचल गया था.
आर्मी अस्पताल में डॉक्टरों ने सोनू सिंह की तीन सर्जरी की, लेकिन सोमवार को उनके गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त पैर को भी काटना पड़ा. इंस्पेक्टर अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि इस दौरान वह बेहोश रहे और बुधवार शाम उनकी मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि बोर को गिरफ्तार करने के लिए चार टीमों को भेजा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सोनू सिंह का बयान दर्ज नहीं किया जा सका क्योंकि वह घटना के बाद बेहोश हो गए थे. हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने पहले कहा था कि टिकट को लेकर उनके बीच हुई बहस के बाद बोर ने गुस्से में सोनू सिंह को धक्का दे दिया.
बता दें कि सोनू सिंह के घायल होने के बाद मौके पर पहुंचे फौजी के साथियों ने जम कर हंगामा किया था और टीटीई की पिटाई कर दी. तब फौजियों के उग्र रुख को देखते हुए पुलिस भी बेबस नजर आई. काफी देर बाद पुलिस, जीआरपी और आरएएफ ने बीच बचाव किया. पूरा मामला बरेली से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस का है. यह घटना बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर हुई. फौजी के साथ हुई घटना की सूचना मिलते ही बरेली कैंट के फौजी स्टेशन पर जा पहुंचे. सेना के जवान के साथ हुई घटना के बाद सैकड़ों की संख्या में सेना के जवान बरेली जंक्शन जा पहुंचे थे. सेना के जवानों के उग्र रूप को देखकर जंक्शन पर मौजूद यात्री भी डर गए थे. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बरेली जंक्शन पर 100 से अधिक आर्मी के जवान मौके पर आ गये थे.