हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी, नेशनल हाईवे समेत 350 सड़कें रही ठप, 680 बिजली ट्रांसफार्मर बंद
पढ़े पूरी खबर
शिमला: हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। राजधानी शिमला में शनिवार को नए साल की पहली बर्फबारी हुई है। शुक्रवार रात से ही जाखू में फाहे गिरने शुरू हो गए थे। सुबह के समय ढली, संजौली, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार, रिज मैदान सहित अन्य क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई। बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश में चार नेशनल हाईवे समेत 350 सड़कें शनिवार को ठप रहीं। 680 बिजली ट्रांसफार्मर, 81 पेयजल योजनाएं और एचआरटीसी के 200 रूट बंद हैं।
बिजली ट्रांसफार्मर ठप होने से हजारों गांवों में ब्लैक आउट हो गया है। मैदानी जिलों में दोपहर तक बारिश का दौर जारी रहा। सिरमौर प्रशासन ने चूड़धार यात्रा पर रोक लगा दी है। शनिवार को खराब मौसम से गगल और भुंतर एयरपोर्ट में विमान सेवा ठप रही। इंद्रूनाग-बिलिंग में पांचवें दिन भी पैराग्लाइडिंग नहीं हुई। मनाली से नेहरू कुंड तक ही सैलानी भेजे। रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश-बर्फबारी की चेतावनी जारी हुई है।
सोमवार से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। पहली बार शुक्रवार रात को राजधानी शिमला का न्यूनतम तापमान शून्य दर्ज हुआ। केलांग में अधिकतम तापमान भी माइनस रहा। शनिवार को नारकंडा में बर्फबारी से शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे बंद रहा। इसके अलावा केलांग-मनाली, भरमौर-पठानकोट, आनी-कुल्लू नेशनल हाईवे बंद रहे।
लाहौल-स्पीति में 177, किन्नौर में 59, चंबा में 44, शिमला में 38, मंडी में 19 और कुल्लू में 13 सड़कें बंद रही। शिमला जिले में सबसे अधिक 402, सिरमौर में 165, चंबा में 84, मंडी में 22 ट्रांसफार्मर बंद रहे। शीत सत्र के दौरान 1 जनवरी से अब तक 8 दिनों में प्रदेश में 45 करोड़ रुपये से ज्यादा की निजी व सरकारी संपत्तियों को नुकसान हुआ है।