सांप काटने का मामला, Vikas Dubey के दावे फर्जी तो नहीं, जांच टीम सक्रिय
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यूपी। फतेहपुर Fatehpur जिले के रहने वाले विकास दुबे Vikas Dubey को बारी-बारी से सात बार सांप के डंसने की खबर इन दिनों खूब चर्चा में है। विकास दुबे को अब तक सात बार सांप डस चुका है। विकास दुबे ने दावा किया था कि उसे एक सपना आया था जिसमें सांप दिखा था।
सपने में सांप Snake ने कहा था कि नौंवी बार काटेगा तो उसकी मौत हो जाएगी। बार-बार विकास दुबे को सांप काटने की बात कितनी सच्ची है? इसी का पता लगाने के लिए एक स्वास्थ्य विभाग की टीम और वन विभाग की टीम जांच के लिए शनिवार को अस्पताल पहुंची। सांप के डंसने के बाद सुर्खियों में आए विकास दुबे और उनके परिवार से बातचीत करने के लिए कई चैनलों की ओवी वैन भी गांव पहुंची, लेकिन मीडिया के सवालों से बचने के लिए विकास दुबे परिवार के साथ दर्शन के लिए बालाजी निकल गया है। विकास दुबे की बातों में कितनी सच्चाई है? ये तो जांच-पड़ताल के बाद ही पता चलेगा।
मलवा थाना के सौरा निवासी विकास दुबे को लगातार सर्प डसने के मामले की जांच स्वाथ्य विभाग की टीम करेगी। डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने तीन डाक्टरों की जांच कमेटी गठित पर पूरे प्रकरण की जांच कर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट देने की बात कही है। उधर,डीएफओ ने भी जांच शुरू कर दी हैं। बता दें कि गुरुवार देर शाम विकास दुबे सातवीं बार गंभीर हालत में शहर के उसी प्राइवेट नर्सिंग होम में पहुंचा जहां उसका इलाज पूर्व में छह बार सर्पदंश पर इलाज हो चुका था। उसे आईसीईयू में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद फिलहाल उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। विकास दुबे ने इस बार भी दावा किया कि उसे सर्प ने डसा है।
40 दिनों के अंदर लगातार सातवीं बार विकास दुबे को सर्प काटने का मामला सीएम ऑफिस तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि सीएम कार्यालय से डीएम को पूरे मामले की गहराई से छानबीन कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके बाद सीएमओ ने तीन डाक्टरों की जांच कमेटी बनाई है। सीएमओ डॉक्टर राजीव नयन गिरी ने बताया कि जांच के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया गया है। युवक के शरीर के कट्स मार्क देखे जाएंगे साथ ही युवक का इलाज करने वाले डाक्टर से भी पूछताछ की जाएगी वो कौन सा इलाज कर रहे हैं। जांच में यह भी शामिल है कि जब सरकारी अस्पतालों में प्रचुर मात्रा में एंटी स्नेक वेनम मौजूद हैं तो वह उसी एक प्राइवेट अस्पताल में ही क्यों हर बार इलाज कराने जाता है। सारे बिंदुओ को जांच में शामिल किया जाएगा।