एयरपोर्ट पर रोकी गई विदेशी लड़कियों की तस्करी, 2 युवती हिरासत में
मुख्य सरगना तक पहुंचने की जांच जारी...
जयपुर। राजधानी जयपुर में नेपाली युवती और एक महिला की ह्यूमन ट्रेफिकिंग का मामला सामने आया है. इन्हें नौकरी लगाने के बहाने पहले नेपाल से दिल्ली बुलाया गया था. बाद में तस्करी कर जयपुर एयरपोर्ट से दुबई और कुवैत भेजा जा रहा था. लेकिन समय रहते मिली सूचना के आधार पर जयपुर पुलिस ने उनको एयरपोर्ट से मुक्त करवा लिया. रेस्क्यू की गई युवती और महिला को जयपुर में ही आदर्श नगर इलाके में स्थित एक शेल्टर होम में रखा गया है. जयपुर एयरपोर्ट से दस्तयाब की गई नेपाली युवती ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उसके अलावा 12 और लड़कियां दिल्ली में है. उन्हें वहां एक होटल में बुलाया गया था. पीड़िता नेपाली युवती और महिला को मोटी सैलरी वाली नौकरी के बहाने नेपाल की ही एक महिला के मार्फत दिल्ली बुलाया गया था. वहां करीब 10 दिन तक उनको एक होटल में रखा गया.
दिल्ली एयरपोर्ट पर सख्ती की वजह से जयपुर भेजा
नेपाली युवती ने बताया कि उसे जबरन दुबई भेजने के लिए कहा गया तो उसने इससे इनकार कर दिया. ऐसे में मानव तस्करों ने उसके परिजनों को मारने की धमकियां दी. दिल्ली एयरपोर्ट पर सख्ती की वजह से युवती और महिला को डरा धमकाकर जयपुर भेजा गया. लेकिन युवती ने मौका पाकर नेपाल में अपने भाई को इसकी सूचना दी. युवती के भाई ने नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी में इंस्पेक्टर मनोज शर्मा को सूचना दी. इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने नई दिल्ली में मिशन मुक्ति फाउंडेशन को सूचना देकर खाड़ी देशों में नेपाली युवतियों के तस्करी करने की जानकारी दी. तब मिशन मुक्ति फाउंडेशन के फाउंडर वीरेंद्र सिंह ने दिल्ली पुलिस और नेपाल दूतावास के अलावा जयपुर में डीसीपी पूर्व डॉ. राजीव पचार को सूचना दी.
सुबह 4 बजे एयरपोर्ट पर पुलिस ने किया दस्तयाब
शनिवार आधी रात को सूचना मिलने पर डीसीपी राजीव पचार ने एयरपोर्ट थाना प्रभारी दिगपाल सिंह को निर्देश दिए. अगले दिन सुबह 4 बजे नेपाली युवती और महिला जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंची. इसी बीच जयपुर पुलिस ने सीआईएसएफ के जवानों की मदद से पीड़िताओं को दस्तयाब कर लिया. अब जयपुर पुलिस के अलावा दिल्ली पुलिस भी नौकरी के बहाने नेपाली युवतियों को खाड़ी देशों में भेजने वाले तस्करों की तलाश कर रही है.