सरकारी स्कूल में तालाबंदी कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ की नारेबाजी

दौसा। दौसा राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के दावों पोल खुलती दिख रही है। यहां कई स्कूलों में टीचर्स की कमी है तो कई में भवन के अभाव में खुले आसमान के नीचे क्लास लगाई जा रही हैं। इसके चलते आए दिन विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग है कि ऐसे स्कूलों की सुध नहीं ले रहा। ताजा मामला दौसा जिले के सिकंदरा क्षेत्र की गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कारोली का है, जहां टीचर्स की कमी से नाराज स्टूडेंट्स व ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर तालाबंदी पर विरोध प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स का कहना है कि 12वीं तक की स्कूल में केवल 4 अध्यापक हैं, ऐसे में स्कूल खुलने के 20 दिन बाद भी पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ तो राज्य सरकार इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर वाहवाही लूट रही है, लेकिन दूसरी ओर हिंदी मीडियम स्कूलों में टीचर्स के पद रिक्त पड़े हैं।
इसके चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। साथ ही अधिकांश स्कूलों में संसाधनों की कमी होने से भी बच्चों को सुविधाएं नहीं मिल रही। इस दौरान ग्रामीणों ने शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नांगल राजावतान उपखण्ड के ग्राम पंचायत प्यारीवास के गांव किशोरपुरा में नवीन विद्यालय सहित ग्राम पंचायत ठिकरिया व कालीखाड में पशु चिकित्सालय खोलने की सरकार ने घोषणा की है। प्रधान दिनेश कुमार बारवाल ने बताया कि कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा की अभिशंषा पर पंचायत समिति नांगल राजावतान क्षेत्र में गांव किशोरपुरा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय सहित ग्राम पंचायत ठिकरिया वकालीखाड में पशु चिकित्सालय खोलने की घोषणा हुई। इससे क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। श्यालावास सरपंच राजेन्द्र बारवाल, राजेश मीना, मुकेश ठीकरिया, राजेंद्र कोल्यावास, फैलीराम कानपुरा, हरिनारायण बारवाल, हरिकिशन छारेडा, रामनिवास गागडिया, शंकर राजपुरा आदि मौजूद थे।