नई दिल्ली: जिस चॉपर को देवदास अपनी सुरक्षा के लिए सालों से अपने तकिए के नीचे रखकर सोता था उसी चॉपर से कातिल ने देवदास के टुकड़े कर दिए. ये वारदात दक्षिण पश्चिम जिला के पालम इलाके की है. क़ातिल उचित रावत, हत्या के बाद उसी फ्लैट में एक हफ्ते तक रहा भी ताकि किसी को शक न हो.
दिल्ली के पालम में देवदास नाम के 55 साल के शख्स की उसी के फ्लैट में हत्या कर दी गई.पुलिस को इस हत्या की जानकारी छोटी दीपावली यानी 30 अक्टूबर को चली. दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके एक शख्स ने जानकारी दी कि उनकी बिल्डिंग के फ्लैट से बदबू आ रही है.
पुलिस की टीम जब वहां पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि फ्लैट का दरवाजा बाहर से बंद है. इसके बाद फायर विभाग को कॉल किया गया जिसने ताला तोड़कर फ्लैट का दरवाजा खोला. जब पुलिस की टीम अंदर गई तो उन्होंने देखा कि अंदर एक दूसरा कमरा भी है जिस पर बाहर से ताला लटका हुआ है. जब उस दरवाजे को तोड़ा गया तो अंदर कपड़ों में लिपटी हुई बेहद बुरी हालत में एक लाश पड़ी थी.
यह लाश इस बिल्डिंग के मालिक की ही थी. आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि देवदास जो इस बिल्डिंग का मालिक था इस फ्लैट में रहा करता था. उसकी देखभाल के लिए एक महिला उसके साथ रहती थी जो 10 अक्टूबर के आसपास आंध्र प्रदेश अपने घर चली गई थी.
पुलिस को आगे जानकारी मिली कि महिला के आंध्र प्रदेश जाने के बाद उचित रावत नाम का 24 साल का एक लड़का देवदास के घर पर अक्सर आया करता था. पुलिस ने जब उचित रावत के बारे में पता लगाया तो वह अपने घर से गायब मिला. जब पुलिस ने उचित रावत की लोकेशन ट्रेस की तो वह उत्तर प्रदेश के जलेसर की मिली. इसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम फौरन जलेसर गई और वहां से उचित रावत को हिरासत में लेकर दिल्ली वापस लौटी.
जब पुलिस ने उचित रावत से देवदास के बारे में पूछा तो शुरुआत में तो उसने पुलिसवालों को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन बाद में उसने न सिर्फ जुर्म कबूला बल्कि कत्ल की वजह का भी खुलासा किया.
दक्षिणी पश्चिमी जिला के डीसीपी सुरेंद्र के मुताबिक, उचित रावत ने पूछताछ में बताया कि 21 अक्टूबर की रात करीब 8:00 बजे जब वह देवदास के फ्लैट पर पहुंचा तो उस वक्त देवदास शराब पी रहा था. उसने उचित को भी शराब ऑफर की फिर अचानक से देवदास उचित को गालियां देने लगा. इसके बाद उचित ने देवदास के बिस्तर पर रखे तकिये को उठाया और इसके नीचे रख चॉपर को उठाकर देवदास की हत्या कर दी. उचित ने पुलिस को बताया कि इसके पहले भी देवदास दो-तीन बार बिना किसी कारण उसे थप्पड़ मार चुका है.
हत्या के बाद उचित ने शव को कमरे में बंद कर दिया. फिर उसने कपड़े बदले. उस रात वहीं रुका. इसके बाद 27 अक्टूबर तक उचित हर दिन फ्लैट पर आता, बिल्डिंग की मोटर ऑन करता. लेकिन 27 अक्टूबर को उचित अपने गांव चला गया. जब 30 अक्टूबर को ज्यादा बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने पुलिस को कॉल किया था. पुलिस ने आरोपी के पास से खून से सना चॉपर भी बरामद कर लिया गया है.