देशों से आए छह और यात्रियों की कोरोना पाजिटिव आने से हड़कंप, सरकार ने उठाया बड़ा कदम
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को दाखिल होने से रोकने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।
नई दिल्ली, देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को दाखिल होने से रोकने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर आधी रात से बुधवार शाम 4 बजे तक कुल 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 'जोखिम की श्रेणी' में शामिल देशों से उतरीं। इनमें 3476 यात्री सवार थे। सभी की आरटी-पीसीआर जांच की गई जिनमें छह यात्री कोरोना संक्रमित पाए। इन सभी के नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए संबंधित प्रयोगशालाओं में भेजा गया है।
डीजीसीए ने उठाया सख्त कदम
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक वहीं डीजीसीए ने कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के जोखिमों को भांपते हुए 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमीक्रोन' के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है। बीते 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद डीजीसीए ने यह निर्णय लिया है। वहीं राहत की बात यह है कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है।
केंद्र की गाइडलाइंस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइंस में केवल अत्यधिक जोखिम वाले देशों के यात्रियों के लिए एयरपोर्ट से बाहर निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने के पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया गया है और रिपोर्ट आने तक वहीं रहने की बात कही है। अत्यधिक जोखिम के अलावा दूसरे देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता नहीं होगी, लेकिन उन्हें 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर स्वयं ध्यान रखना होगा। हालांकि, इन देशों के यात्रियों में से पांच फीसद का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा, ताकि वायरस की मौजूदगी का पता लगाया जा सके। उन्हें एयरपोर्ट पर सैंपल देने के बाद जाने की अनुमति भी होगी।
अत्यधिक जोखिम वाले 11 देश
सरकार द्वारा 26 नवंबर को अपडेट की गई सूची के मुताबिक 11 देशों को जोखिम ग्रस्त सूची में रखा गया है। इनमें ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इजरायल और हांगकांग शामिल हैं। पहले इस सूची में बांग्लादेश का भी नाम था, लेकिन मंगलवार को उसे सूची से हटा दिया गया।
दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैला वायरस
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में चिन्हित किया गया ओमिक्रोन वैरिएंट हफ्ते भर के भीतर दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैल गया है। भारत अभी इसका कोई मामला नहीं पाया गया है, परंतु अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर एतराज
राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों पर जहां सतर्कता बढ़ी है वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर केंद्र ने गहरा एतराज जताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप कुमार व्यास को पत्र लिखकर राज्य की गाइडलाइंस को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुरूप लाने को कहा है। साथ ही इसके व्यापक प्रचार का निर्देश भी दिया है ताकि यात्रियों में किसी तरह का भ्रम नहीं रहे।
महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइंस
महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को जारी गाइडलाइंस में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। साथ आरटी-पीसीआर टेस्ट के निगेटिव आने के बावजूद सभी यात्रियों को 14 दिन तक अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन में रहने का नियम बनाया है। मुंबई एयरपोर्ट से कने¨क्टग फ्लाइट लेने वाले यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा, निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें आगे की यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। सबसे बड़ी बात कि महाराष्ट्र ने दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए भी 48 घंटे पहले का निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। जबकि देश के भीतर किसी भी राज्य में इस तरह की अनिवार्यता नहीं है।
जोखिम वाले देशों से आए छह यात्री संक्रमित मिले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार अपराह्न चार बजे तक जोखिम वाले देशों से 11 उड़ानों से कुल 3,476 यात्री लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर उतरे। हवाई अड्डों पर इन सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की गई, जिसमें छह लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनके नमूनों को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए इंसाकाग की प्रयोगशालाओं को भेजा गया है। इससे पता चलेगा कि क्या इनमें से कोई ओमिक्रोन वैरिएंट से तो संक्रमित नहीं है।
देश में कोरोना की स्थिति
24 घंटे में नए मामले 8,954
कुल सक्रिय मामले 99,023
24 घंटे में टीकाकरण 80.78 लाख
कुल टीकाकरण 124.77 करोड़
बेहतर रहा नवंबर का महीना
कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में नवंबर का महीना कुछ बेहतर रहा। पिछले साल मई के बाद पहली बार नवंबर में कोरोना संक्रमण के सबसे कम मामले 3.1 लाख दर्ज किए गए हैं। संक्रमण के मामलों की मासिक संख्या में भी नवंबर में लगातार छठी बार गिरावट आई है।
सक्रिय मामलों में आई गिरावट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक 547 दिन बाद सक्रिय मामले भी घटकर एक लाख के नीचे आ गए हैं। पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में डेढ़ हजार से ज्यादा की गिरावट आई है और वर्तमान में इनकी संख्या 99,023 रह गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान 8,954 नए मामले मिले हैं और 267 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 177 मौतें अकेले केरल और 35 मौतें महाराष्ट्र से हैं।
बुधवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति
नए मामले 8,954
कुल मामले 3,45,96,776
सक्रिय मामले 99,023
मौतें (24 घंटे में) 267
कुल मौतें 4,69,247
ठीक होने की दर 98.36 प्रतिशत
मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत
पाजिटिविटी दर 0.81 प्रतिशत
सा.पाजिटिविटी दर 0.84 प्रतिशत
कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई
कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई हैं। इसमें 79.22 करोड़ पहली और 45.54 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं।
मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्र संक्रमित मिले
कर्नाटक के मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्रों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। ये दो छात्र दो संस्थाओं के हैं। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने इन छात्रों के संपर्क में आने वालों के साथ ही कम से कम पांच हजार लोगों की जांच करने का आदेश दिया है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। केरल से मैसुरु आने वालों के लिए भी आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य बना दिया गया है।