ED द्वारा जब्त सिसोदिया की संपत्ति का किसी घोटाले से कोई संबंध नहीं, सीएम केजरीवाल का दावा
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जब्त की गयी मनीष सिसोदिया की दो संपत्तियों का ‘‘तथाकथित शराब घोटाले'' से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह आम आदमी पार्टी (आप) और उसके नेताओं को बदनाम करने का एक प्रयास है। एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के हवाले से कुछ टीवी चैनल पर यह खबर प्रसारित की गई थी कि उसने सिसोदिया की 52 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम पिछले एक साल से कह रहे हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री दिल्ली में आम आदमी पार्टी के शानदार काम को पचा नहीं पा रहे हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य ईडी, सीबीआई और पुलिस के माध्यम से ‘आप' के काम में बाधा डालना और उसे बदनाम करना है।''
‘आप' संयोजक केजरीवाल ने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सिसोदिया की दो संपत्तियां जब्त की गईं हैं, जिनमें दो फ्लैट हैं, जिसमें से एक को 2004-05 के आसपास पांच लाख रुपये में खरीदा गया था और दूसरा 2018 में 65 लाख रुपये में खरीदा गया था। इसके अलावा, सिसोदिया के नाम पर एक बैंक खाता भी है जिसमें जमा 11 लाख रुपये ईडी ने जब्त किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तथाकथित शराब घोटाले से इसका कोई संबंध नहीं है। ये बातें सिसोदिया के चुनावी हलफनामे और उनके आयकर रिटर्न में पहले ही घोषित की जा चुकी हैं।''
ईडी ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया की 11.49 लाख रुपये बैंक जमा राशि के अलावा सिसोदिया दंपति की दो अचल संपत्ति कुर्क की गई हैं। जांच एजेंसी ने इस मामले में सिसोदिया दंपति और कुछ अन्य आरोपियों की 52.24 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अस्थायी आदेश जारी किया है। सिसोदिया कथित घोटाला मामले में जेल में हैं।