सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या: परिवार का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार, आखिरी गीत आया चर्चा में
चंडीगढ़: युवा पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (शुभदीप सिंह सिद्धू) की रविवार को पंजाब के मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उभरते सितारे का इस तरह दिनदहाड़े कत्ल होना चौंकाना वाला था और पंजाब की कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़े कर रहा है। इस घटना को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे हैं और दो संदिग्धों को पंजाब पुलिस ने पटियाला से गिरफ्तार किया है। सिद्धू मूसेवाला के गाने बीते कुछ सालों में तेजी से लोकप्रिय हुए थे और 28 साल की कम उम्र में ही उन्होंने ख्याति पा ली थी। हत्या से पहले उन्होंने जो आखिरी गीत गाया था, वह भी मौत पर ही था। यह गाना उन्होंने ही लिखा भी था, जिसके बोल थे कि 'उनकी मौत जवानी में ही हो जाएगी'।
'द लास्ट राइड' शीर्षक से लिखे गीत में सिद्धू मूसेवाला ने लिखा था कि उनकी मौत कम उम्र में होगी। उस गीत के बोल थे, 'चोब्बर दे चेहरे उत्ते नूर दसदा नी, एहदा उठूगा जवानी च जनाजा मिठिए।' सिद्धू मूसेवाला की क्रूर हत्या के बाद से यह गीत काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि देते हुए लोग इस गीत को शेयर कर रहे हैं। उनके प्रशंसकों का एक वर्ग यह भी कह रहा है कि क्या सिद्धू मूसेवाला को पहले ही अपनी मौत का अंदाजा हो चुका था। सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर कॉमेडियन कपिल शर्मा, एक्टर अजय देवगन जैसी मनोरंजन जगत की बड़ी हस्तियों ने भी दुख जताया है।
हाल ही में रिलीज हुई सिद्धू मूसेवाला की एल्बम 'नो नेम' के गीत 'एवरिबडी हर्ट्स' के बोल भी दर्द भरे थे। इसमें उन्होंने अकेलेपन पर अपने विचार रखे थे। इस गीत के बोल थे, 'लगदा जज्बातां दा कोलाइड हो गया ऐ, मेनु माफ करी जिंदगी सुसाइड हो गया ए।' गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाबी इंडस्ट्री समेत मनोरंजन जगत की कई हस्तियों ने दुख जाहिर किया है। सिद्धू मूसेवाला हाल ही में राजनीति में भी उतरे थे और उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर ही मानसा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजय सिंगला के हाथों 67,000 वोटों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।