सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ ने उठाया ये कदम

देश की सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से यह बड़ी जानकारी हाथ लगी है कि गोल्डी बराड़ पर कनाडा में जानलेवा हमला हो सकता है, इसलिए वह नई जगह छोड़कर चला गया है.

Update: 2022-09-26 07:45 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सबसे बड़े मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ ने अपना ठिकाना बदल लिया है. देश की सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से यह बड़ी जानकारी हाथ लगी है कि गोल्डी बराड़ पर कनाडा में जानलेवा हमला हो सकता है, इसलिए वह नई जगह छोड़कर चला गया है. तमाम सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आने और विरोधी गैंग्स से खुद की जान को खतरे को देखते हुए गैंगस्टर गोल्डी ने यह रास्ता खोजा है.

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गोल्डी बराड़ का नया ठिकाना इस वक्त कैलिफोर्निया की FRESNO सिटी में (अमेरिका) है. इनपुट मिला है कि गोल्डी एक सेफ हाउस में रह रहा है और अपने इंटरनेशनल सोर्स का इस्तेमाल कर रहा है.
दरअसल, कनाडा में पेशे से ट्रक ड्राइवर गोल्डी बराड़ को जबरदस्त खतरा महसूस हो रहा था. उसके पीछे एक वजह यह भी थी कि कनाडा में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के बेतहाशा फैंस मौजूद हैं. इसके अलावा बंबीहा गैंग के तमाम बड़े गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग के दर्जनों दुश्मन भी इस देश में रहते हैं.
गोल्डी बराड़ ने अपने खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद अब खुद के बचाव के लिए एक नया पैंतरा अपनाया है. गैंगस्टर ने कैलिफोर्निया की SACRAMENTO सिटी में कानूनी मदद के जरिए राजनीतिक शरण की अपील लगाने की कोशिश की है ताकि वह पकड़े जाने पर भारत न जा पाए. जिसके लिए गोल्डी ने दो कानूनी जानकारों से भी मदद लेनी चाही है.
यहां बता दें कि राजनीतिक शरण तब लगाई जाती है जब आप यह दिखाने की कोशिश करे कि आप जिस देश के रहने वाले हैं, वहां आप पर जुल्म हुआ और आपको न्याय नहीं मिल पाएगा.
सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो यह गोल्डी का एक पैतरा है ताकि वो भारत वापस न आ सके, और इसके लिए अगर गोल्डी कैलिफोर्निया में कोई छोटा-मोटा अपराध भी कर देता है, तो जब तक उस अपराध की सुनवाई जब तक पूरी नहीं होगी, तब तक गोल्डी वहां पकड़े जाने के बाद भी भारत डिपोर्ट या प्रत्यर्पण से बच सकेगा. दरअसल, यह पैंतरा इसके पहले भी कई अपराधी, गैंगस्टर और आतंकी दूसरे देशों में अपनाते आए हैं ताकि डिपोर्ट या प्रत्यर्पण से बच जाएं.
Tags:    

Similar News

-->