सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, ये नया अपडेट आया सामने

Update: 2022-07-10 03:19 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

नई दिल्ली: पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग के दो गुर्गों अंकित उर्फ ​​सिरसा और सचिन चौधरी उर्फ ​​सचिन भिवानी की पुलिस रिमांड अविध अदालत ने पांच दिन और बढ़ा दी है। दरअसल, पांच दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद शनिवार को इन दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया था।

पटियाला हाउस कोर्ट स्थित ड्यूटी मजिस्ट्रेट भव्य करहेल की अदालत ने दिल्ली पुलिस की दलीलें सुनने के बाद अंकित और सचिन की हिरासत पांच दिन और बढ़ा दी। दिल्ली पुलिस ने अदालत में दलील दी कि मध्य प्रदेश में इन आरोपियों के ठिकाने से सह-आरोपियों को पकड़ने के लिए पांच दिनों की अतिरिक्त रिमांड की आवश्यकता है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश से इनके ठिकानों से हथियारों के स्रोत का पता भी लगाना है व उनसे संबंधित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियां भी करनी हैं। इतना ही नहीं दीपक उर्फ ​​मुंडी के ठिकाने का पता लगाने और पकड़ने लेने के लिए हरियाणा में छापेमारी की जरूरत है।
हालांकि, आरोपियों के वकील नरेंद्र सिंह ने पुलिस की दलीलों को विरोध किया, लेकिन अदालत ने कहा कि मामले की गहन जांच की जरूरत है, इसलिए इन आरोपियों को रिमांड पर दिया जा रहा है।
ज्ञात रहे कि इन दोनों आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कश्मीरी गेट के पास से गिरफ्तार किया था। इनके पास से दो पिस्टल और मोबाइल बरामद किए गए थे। पिछली सुनवाई में सात दिन की हिरासत की मांग करते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा था कि आरोपी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के सदस्य हैं।
इस गैंग के सदस्यों ने कथित तौर पर 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा में सिंगर सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस का कहना था कि उसे सूचना मिली थी कि गिरोह के सदस्य कश्मीरी गेट इलाके में अपने सहयोगियों से मिलने आ रहे हैं। वे शहर में एक जघन्य अपराध करने की योजना बना रहे हैं। वे प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने की योजना बना रहे हैं। उनके पास हथियार हैं।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि साजिश का पता लगाने और हथियारों और मोबाइल के स्रोत तक पहुंचने के लिए आरोपी व्यक्तियों की हिरासत की आवश्यकता है। इससे पहले सिद्धू मूसेवाला की कथित हत्या के मामले में पंजाब पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई और जगदीप भगवानपुरिया की हिरासत प्रदान की गई थी। अदालत ने सोमवार को पंजाब पुलिस को मामले के सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने की अनुमति दे दी थी। उन्हें दिल्ली पुलिस ने मकोका मामले में गिरफ्तार किया था।


Tags:    

Similar News

-->