नवजोत सिद्धू को डिप्टी सीएम या पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का दे सकते है पद, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की कार्रवाई की मांग
पंजाब (Punjab) की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में जारी।
पंजाब (Punjab) की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में जारी कलह के खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. यहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच जमकर घमासान चल रहा है. दो गुटों में बंटी कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व को लेकर स्पष्टता नजर नहीं आ रही है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज राज्यसभा में तीन सदस्यीय AICC पैनल से मिलने पहुंचे थे, जहां उन्होंने आलाकमान द्वारा नियुक्त तीन सदस्यीय कमेटी को दो टूक जवाब दिया.
सूत्रों के मुताबिक तीन सदस्यीय पैनल से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को ना तो डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है और ना ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है. सीएम कैप्टन ने कमेटी से साफ तौर पर कहा, "मैं तो सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही चाहता हूं और आप उसे महत्वपूर्ण पद देकर मेरे साथ बिठाने की बात कर रहे हैं जिसे मैं स्वीकार नहीं कर सकता." पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मंगलवार को दिल्ली में एआईसीसी की तीन सदस्यीय समिति से मिलने पहुंचे थे. जिसका गठन राज्य इकाई में चल रही गुटबाजी को खत्म करने और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए किया गया है.
सिद्धू के बयान से नाराज राहुल गांधी
सूत्रों की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू के 'पंजाब में दो परिवार फायदा उठा रहे' वाले बयान से कमेटी और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) दोनों खुश नहीं हैं. समिति और आलाकमान का मानना है कि उन्हें इस तरह से सार्वजनिक बयान नहीं देना चाहिए था. पंजाब कांग्रेस (Punjab congress) में मचे घमासान के बीच 21 जून को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पार्टी के नेताओं से दिल्ली में अपने आवास पर मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान राहुल ने नेताओं से पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव और वर्तमान राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा की थी. इस बैठक में हरीश रावत, गुरजीत औजला, राज कुमार वेरका और कुलजीत नागरा शामिल थे.
वहीं, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress interim President Sonia Gandhi) ने 24 जून को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक बुलाई है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक के लिए एआईसीसी महासचिवों और राज्य प्रभारियों को बुलाया गया गया है. सूत्रों के मुताबिक सानिया गांधी मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करना चाहती हैं.
दरार को पाटने की कोशिश में जुटा आलाकमान
अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच दरार को पाटने के लिए पार्टी आलाकमान लगातार कोशिशों में जुटा हुआ है. समिति ने पार्टी के विधायकों, सांसदों और अन्य नेताओं से मुलाकात की थी जिसके बाद पैनल के सदस्यों ने सोनिया गांधी को एक रिपोर्ट सौंपी थी. मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने कहा कि आगामी बैठक का उद्देश्य तमाम मुद्दों के संबंध में उनपर सहमति का समाधान खोजना है, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है.
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं लेकिन पार्टी आलाकमान ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि समिति एक ऐसा फॉर्मूला लाए जो सभी नेताओं को स्वीकार हो. सबसे अहम फैसला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का है. बैठक में उपमुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के अलावा तमाम चुनाव संबंधी समितियों को अंतिम रूप देने की भी संभावना है. पंजाब में कलह को लेकर बनी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "सबकुछ ठीक हो जाएगा. हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. सभी लोगों का यही कहना है कि वे साथ में चुनाव लड़ेंगे."