प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ रक्षाबंधन का त्योहार आने में कुछ ही दिन बचे हैं. अब बाजारों में इसकी रौनक दिखने लगी है. दुकानदारों ने शामियाना लगे काउंटरों से लेकर सामने तक रंग-बिरंगी राखियों से सजा दिया है। जिस पर पारंपरिक के साथ नई वैरायटी और डिजाइन की राखियां आकर्षित कर रही हैं। इस समय बाजार में वे महिलाएं ज्यादा खरीदारी कर रही हैं, जिनके भाई बाहर रहते हैं और उन्हें राखी का पार्सल भेजना होता है। राखियों के स्टाइल और लुक में भी बदलाव आने लगा है। कई नए डिज़ाइन हैं. इस बार देवी-देवताओं की मूर्ति वाली राखियां पसंद की जा रही हैं। बाजार में राखियों के साथ अन्य उपहार, साड़ी, कपड़ों की भी बिक्री बढ़ गयी। परंपरा के लिहाज से आज भी बाजार में गुलाबी रंग की राखियां भी शामिल हैं। यह राखी ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा लोग अपने वाहनों पर भी बांधते हैं।
बच्चों की राखियों में अधिक विविधता होगी। पहले राखी पर मेरा भाई लिखा होता था। अब इसकी जगह माय ब्रो और बेस्ट ब्रो ने ले ली है। पारंपरिक राखियां भी जगह-जगह रखी गई हैं। बड़ी बहनें बड़े भाइयों के लिए रेशम के धागे वाली राखियां पसंद कर रही हैं। विक्रेता गोपाल भंडारी के अनुसार महिलाएं चंदन बूटी, स्टोन पैटर्न, भैया-भाभी जोड़ी, हार्ड टाइप और चूड़ी जैसी राखियां लेना पसंद कर रही हैं। बच्चों के लिए कई तरह की राखियां मौजूद हैं। जिसमें कार्टून घड़ी, हल्की गुड़िया संगीत वाली राखी। बच्चों से लेकर बड़ों तक में भगवान शिव, श्रीराम, लड्डू गोपाल, श्रीकृष्ण के साथ गाय, मोर पंख, स्वास्तिक, डमरू आदि देवी-देवताओं वाली राखियां, माई-ट्रो लिखी राखी, ब्रेसलेट, घड़ी वाली राखी, ब्रेसलेट राखी का क्रेज है। अरनोद निकटवर्ती गौतमेश्वर में सोमवार को शाही सवारी निकाली जाएगी। इसके लिए तैयारियां की जा रही है। शाही सवारी सुबह गौतमेश्वर से शुरू होगी। जो अरनोद कस्बे में पहुंचेंगी। यहां बस स्टैंड का भ्रमण करते हुए पुन: गौतमेश्वर पहुंचेगी। जिसमें कई झांकियों का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा।