Shocking News: हर 10 मिनट में कोरोना की वजह से एक मरीज की मौत

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Update: 2021-07-28 14:28 GMT

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के हालात अभी भी बहुत भयावह हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस राज्य में हर 10 मिनट में कोरोना वायरस की वजह से एक मरीज की जान जा रही है। जबकि संक्रमण की रफ्तार केरल के मुकाबले महाराष्ट्र में बहुत कम है। बावजूद इसके मृत्यु दर का प्रतिशत बहुत ज्यादा होने से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र में अलर्ट जारी किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में बुधवार को 6258 नए मरीज सामने आए। जबकि बीते 24 घंटों में महाराष्ट्र में हर 10 मिनट पर एक संक्रमित मरीज की मौत हुई और यह आंकड़ा 24 घंटे में 254 तक पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक मरीजों की संख्या और संक्रमितों की मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए किए जाने वाले उपायों में महाराष्ट्र को बहुत ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को इस बात के लिए आगाह किया है कि वह अपने सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक व्यवहार को अपनाने पर जोर दें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में और केरल में इस वक्त देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। केरल में मरीज तो ज्यादा आ रहे हैं लेकिन मृत्यु दर महाराष्ट्र की तुलना में बहुत कम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में केरल में पूरे देश में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए। आंकड़ों के मुताबिक 22129 मामले सामने आए। जबकि केरल राज्य में 156 मरीजों की कोरोना की वजह से जान चली गई। इससे मंत्रालय में दोनों राज्यों को अलर्ट पर रखा है। क्योंकि अभी भी पूरे देश में सबसे ज्यादा मामले इन्हीं दोनों राज्यों में ही आ रहे हैं। आईसीएमआर के वैज्ञानिक और चीफ एपिडेमोलॉजिस्ट डॉक्टर समीरन पांडा कहते हैं कि केरल में संक्रमण दर ज्यादा होने की वजह से वहां पर इस वक्त सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र में मामले तो कुछ कम हुए हैं लेकिन मृत्यु दर बहुत ज्यादा है जो की चिंता का विषय है।

बीते 24 घंटे में पूरे देश में 43 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। जबकि इतनी ही देर में 640 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। नेशनल कोविड टास्क फोर्स टीम के सदस्य डॉ एनके अरोड़ा कहते हैं कि ये हालात अभी भी बहुत खतरनाक हैं। उनका कहना है कि बीते एक महीने से ज्यादा वक्त से लगातार पॉजिटिव मामलों का 40 से 50 हजार के बीच बना रहना हमें अलर्ट रहने का संदेश है। टास्क फोर्स ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अवगत कराया है कि जिन राज्यों में न सिर्फ केस ज्यादा आ रहे हैं, बल्कि बीते कुछ दिनों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा है वहां पर सघन अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसके अलावा ऐसे राज्यों से दूसरे राज्यों में आने जाने वालों की निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी ज़रूरी की जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भेजी गई सिफारिशों के मुताबिक जब तक इस तरीके की सख्ती नहीं की जाएगी, तब तक संक्रमण की दर को रोकना ना सिर्फ मुश्किल होगा बल्कि बड़े खतरे को दावत देने जैसा भी है।

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