नई दिल्ली: नकली नोट (Counterfeit Currency) हर देश के लिए एक गंभीर समस्या है. भारत में भी हर साल बड़े पैमाने पर नकली नोट पकड़े जाते हैं. नोटबंदी (Demonetisation) के बाद कुछ समय के लिए तो इस समस्या से निजात मिली थी, लेकिन शातिर अपराधी नई करेंसी का भी नकली नोट बनाने लग गए. कई बार तो नकली नोट इस तरह असली दिखते हैं कि फर्क कर पाना मुश्किल हो जाता है. पश्चिम बंगाल (West Bengal) से हाल ही में फर्जी नोट का एक ऐसा ही मामला सामने आया है, हालांकि इस मामले में नकली नोट छापने वाले का किस्मत ने साथ नहीं दिया और उसे पकड़ लिया गया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले (Bankura District) का है. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि उसने बांकुड़ा जिले के एक 59 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसके घर से पुलिस ने नकली नोट और छापने में इस्तेमाल हुआ प्रिंटर बरामद किया है. आरोपी की पहचान गुरुपाद आचार्जी के रूप में की गई है. आरोपी ने घर पर नकली नोट छापकर उसे बाजार में चलाने का प्रयास किया था, लेकिन उसे पकड़ लिया गया और पब्लिक ने जमकर उसकी धुनाई भी कर दी.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आचार्जी ने घर पर ही नकली नोट छापा और बिश्नुपुर पुलिस स्टेशन (Bishnupur Police Station) के अंतर्गत पड़ने वाले श्यामनगर बाजार (Shyamnagar Market) में उसे चलाने पहुंचा. यह वाकया बुधवार का है. आचार्जी श्यामनगर बाजार में एक दुकान में खिलौने खरीदने पहुंचा था. उसने खिलौनों के बदले 500 रुपये का नकली नोट दिया, जिसे दुकानदार ने पहचान लिया. इसके बाद स्थानीय लोग वहां जमा हो गए और आरोपी की जमकर पिटाई कर दी.
पुलिस इसकी सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंची और आरोपी को भीड़ की गिरफ्त से छुड़ाया. इसके बाद आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने इसके बाद आरोपी के घर पर छापेमारी की.छापेमारी में उसके घर से 1,65,560 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए. इसके अलावा एक प्रिंटर और सामान भी मिले. पुलिस ने इसके बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच अभी जारी है.
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल में अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है. इसमें वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बैंकिंग सेक्टर की पकड़ में आए नकली नोटों का डेटा भी दिया गया है. रिपोर्ट के हिसाब से बैंकिंग सेक्टर ने 2021-22 के दौरान नई डिजाइन वाले कुल 79,669 नकली नोट (Counterfeit Notes of 500 Denomination) पकड़े हैं. पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में इनकी संख्या महज 39,453 थी. जबकि 2008 में नोटबंदी के दौरान बंद किए गए 500 रुपये के पुरानी डिजाइन वाले भी 14 नकली नोट पकड़े गए हैं. इनकी टोटल मनी वैल्यू 3,98,41,500 रुपये है. इस साल 2,000 रुपये मूल्य वाले भी 13,604 नकली नोट बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए हैं. इनकी टोटल मनी वैल्यू 2,72,08,000 रुपये है.