उत्तर प्रदेश। पीलीभीत से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. पूरनपुर क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति पर नवजात तीसरी बेटी की हत्या करने का आरोप लगाया है. मगर डॉक्टरों की रिपोर्ट में कहा गया कि नवजात की हालत पहले से कमजोर थी. इसके बाद पति और पत्नी के बीच समझौता हो गया, जिस कारण पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया.
पुलिस ने बताया कि पीड़िता की मां ने थाने में अपने दामाद और उसके घरवालों के खिलाफ शिकायत की थी. उसने बताया था कि उसकी बेटी शब्बो की शादी 8 साल पहले फरहान के साथ सिरसा ग्राम में हुई थी. शब्बो ने दो बार बेटियों को जन्म दिया. जिस कारण उसका पति, ननद और बहनोई उसको ताने मारते थे और मारपीट करते थे.
पीड़िता की मां ने बताया कि एक सप्ताह पहले उसकी बेटी शिब्बो ने तीसरी बेटी को जन्म दिया था. इससे भड़के पति फरहान ने 31 मई को अस्पताल में अपनी बेटी को गोद में उठाकर दीवार पर दे मारा, जिस कारण उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. मामले में थाना अध्यक्ष आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि प्रसूता की मां के बयान के अनुसार पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. इसमें डॉक्टरों ने बताया कि नवजात शिशु की हालात जन्म से ही बहुत नाजुक थी. इसी कारण उसकी मौत हुई है. दीवार पर पटकने जैसा कोई मामला नहीं है.
थाना अध्यक्ष ने आगे बताया कि पीड़िता और मां ने पहले फरहान के ऊपर अपनी तीसरी बेटी को मारने का आरोप लगाया था. मगर, बाद में डॉक्टरों की रिपोर्ट आने के बाद पति और पत्नी के बीच समझौता हो गया. इस कारण एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.