पंजाब। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जगमोहन सिंह (Jagmohan Singh) ने टिकट ना मिलने के फैसले से नाराज होकर पार्टी का साथ छोड़ दिया है. जगमोहन सिंह अपने दोनों बेटों यदविंदर सिंह और अमरिंदर सिंह के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. जगमोहन सिंह आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के उपस्थिति में आम आदमी पार्टी का हिस्सा बने हैं. इससे पहले जगमोहन सिंह ने कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की धमकी दी थी.
जगमोहन सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर शराब माफिया को टिकट देने का आरोप लगाया था. पिछले हफ्ते जगमोहन सिंह ने कहा था, ''अगर कांग्रेस पार्टी खरड़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बदलने पर विचार नहीं करती है तो फिर मैं या मेरा बेटा यदविंदर सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.'' जगमोहन सिंह ने दावा किया था कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने उन्हें टिकट नहीं मिलने दिया. उन्होंने कहा, ''सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने मेरे परिवार को टिकट नहीं मिलने दिया. चन्नी को छोड़कर कमेटी के बाकी सभी मेंबर्स मुझे टिकट देने के हक में थे.''
बता दें कि कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारा करने के बाद ही नेताओं की बगावत का सामना करना पड़ रहा है. कई बड़े नेता टिकट नहीं मिलने की नाराजगी के चलते दूसरे राजनीतिक दलों का दामन थाम चुके हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है.