श्रीनगर: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' अलायंस को एक और झटका लगा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शुक्रवार को कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ सीट शेयरिंग के समझौते पर सहमत नहीं होगी। मालूम हो कि दोनों दल कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय स्तर पर बने इंडिया अलायंस के गठबंधन का हिस्सा हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी पर तंज कसते हुए कहा, ''मैंने आपको बताया है। जो पार्टी तीसरे नंबर पर है, उसे सीट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। अगर मुझे इंडिया अलायंस में शामिल होने से पहले बताया गया होता कि हमें दूसरे के लिए खुद को कमजोर करना होगा, तो मैं कभी शामिल नहीं होता।''
बता दें कि हाल ही में पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी चुनाव अकेले लड़ने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा था कि पीडीडी जम्मू कश्मीर की पांच और एक लद्दाख की सीट पर कैंडिडेट का फैसला करेगी। पीडीपी के सुहैल बुखारी ने कहा, ''चूंकि उन्होंने (नेशनल कॉन्फ्रेंस) ने पहले ही फैसला ले लिया है, हम लोग इस पर चर्चा करेंगे। विचार विमर्श होने के बाद जल्द ऐक्शन लिया जाएगा।''
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''जहां तक सीट की बात है तो हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। इस पर कोई भी सवाल नहीं होना चाहिए।'' वहीं, उमर अब्दुल्ला ने यह भी साफ कर दिया कि ऐसा भी कोई परिदृश्य नहीं है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा हो। नेशनल कॉन्फ्रेंस के इंडिया अलायंस से हटने की अटकलों से जुड़े सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा, ''मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि एनडीए के लिए कोई भी खिड़की या यहां तक कि एक छोटा सा क्रैक भी नहीं है। हमारा उनके साथ शामिल होने की कोई संभावना नहीं है।''
बता दें कि पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर की तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। उसे कुल 46 फीसदी से अधिक वोट हासिल हुए थे, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के खाते में तीन सीटें आई थीं। कांग्रेस को 28 फीसदी वोट जरूर मिले, लेकिन कोई भी सीट हासिल करने में कामयाब नहीं हो सकी थी। इसके अलावा, पीडीपी को भी पिछले लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं हासिल हो सकी थी।