मुख्यमंत्री शिवराज के पुत्र कार्तिकेय के तेवर हुए तल्ख, कांग्रेस के डीएनए पर उठाए सवाल
भोपाल (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले अब नेताओं पर निजी हमले हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हुए व्यक्तिगत हमलों का जवाब देने उनके पुत्र कार्तिकेय चौहान खुद सामने आए हैं। कार्तिकेय के तेवर लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। अब तो उन्होंने इशारों इशारों में कमलनाथ पर ही वार कर दिया है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें साधना रोटी बना रही थी और शिवराज पीछे बैठे थे। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस ने हमला बोला और अब हमले और तीखे होते जा रहे हैं।
कांग्रेस के ट्वीट में कहा गया, "हे युवराज, माता-पिता के प्रति आदर हम सबके मन में है, लेकिन आपको उन बहन-बेटियों का दर्द क्यों नहीं दिखता जिनके घर में आपके पिता की दी हुई मंहगाई से कोहराम मचा रखा है। जब आप अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे तब आपके पिता जी की सरकार मंदसौर में किसानों के बच्चों को गोलियों से भून रही थी।"
कांग्रेस के इस ट्वीट को टैग करते हुए मुख्यमंत्री के पुत्र कार्तिकेय ने लिखा, "युवराज शब्द आप लोगों के लिए नया नहीं है। आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहजादे हैं। आपको तो कई बार युवराज युवराज बोलना पड़ता होगा, इसलिए आदतन यहां भी लिख दिया। खैर ये छोड़िए, भाजपा की वजह से आपकी पार्टी महिलाओं का सम्मान करना सीखने की कोशिश करने लगे, वो आपसे होगा नहीं। आपके डीएनए में नहीं है।"
कार्तिकेय ने आगे लिखा है, "वैसे सुना है बड़े भाई नकुलनाथ जब अमेरिका में थे तो देश में सिख नरसंहार हो रहा था? मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए। वैसे लगता नहीं, फिर भी उम्मीद करता हूं कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे, परिवार नहीं।"
इससे पहले भी कांग्रेस व कार्तिकेय एक दूसरे पर ट्विटर वार कर चुके है। कांग्रेस की राज्य इकाई की ओर से किए गए ट्वीट में मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह के भोजन बनाते और उनके पीछे शिवराज सिंह चौहान के बैठे हेने का वीडियो साझा करते हुए लिखा, "आदरणीय मामी जी। अब आपकी जल्द ही चूल्हा फूंकने की तकलीफ खत्म होने वाली है क्योंकि कमलनाथ जी के मुख्यमंत्री बनते ही आपको भी 500 में गैस सिलेंडर मिलेगा।"
कांग्रेस के इस हमले पर शिवराज के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान ने अपने ट्वीट पर लिखा है, "मेरी मां 32 साल से पिताजी के पीछे उनकी ताकत बनकर खड़ी रही, सुख और दु:ख में उनका संबल बनीं, लेकिन कांग्रेस रिश्तों की पवित्रता, प्रेम, को नहीं समझती, वो हर बात में राजनीति देखती है।"
उन्होंने आगे लिखा, "आखिर करें भी क्यों न, चरित्र शब्द की समझ कांग्रेस के नेताओं को कम है। जनता की सेवा पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है। परिवार के लिए उन्हें समय कम ही मिलता है, और ऐसे कुछ पल वो कभी-कभी साझा करते हैं, लेकिन कितनी गिरी है कांग्रेसी सोच कि राजनैतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है। बजरंग बली मेरे माता-पिता के इन खूबसूरत पलों को बुरी नजर से बचायें।"