नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने गुरुवार को दिल्ली प्रदेश राकांपा के अल्पसंख्यक विभाग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी फिल्म द कश्मीर फाइल्स के जरिए घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर झूठा प्रचार कर देश में जहरीला माहौल बना रही है. दिल्ली में पिछले तीन साल में राकांपा का यह दूसरा कार्यक्रम था. पार्टी राष्ट्रीय दिल्ली में 10 जून को अपना स्थापना दिवस मनाने के लिए एक बड़ी सभा करने की भी योजना बना रही है.
शरद पवार ने कहा कि ऐसी फिल्मों के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए थी लेकिन सरकार ने इसे टैक्स फ्री कर दिया. जिन लोगों के पास देश को एक रखने की जिम्मेदारी है, वही लोगों को ऐसी फिल्म देखने को कह रहे हैं ताकि लोगों में गुस्सा भड़के. उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्म को स्क्रीनिंग के लिए क्लियर नहीं किया जाना चाहिए था.
पवार ने कहा कि यह सच है कि कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़नी पड़ी थी लेकिन मुसलमानों को भी उसी तरह से निशाना बनाया गया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर हमले के लिए जिम्मेदार हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार सच में कश्मीरी पंडितों की परवाह करती है तो, उसे उनके पुनर्वास के लिए हर कोशिश करनी चाहिए. अल्पसंखकों को लेकर उनके मन में गुस्सा नहीं भड़काना चाहिए.
राकांपा प्रमुख ने चर्चा में देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को घसीटने पर भी बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को तब घाटी छोड़नी पड़ी थी, जब विश्वनाथ प्रताप सिंह पीएम थे. उन्होंने कहा कि उस समय वीपी सिंह की सरकार का समर्थन भाजपा कर रही थी. तब जगमोहन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. बाद में जगमोहन ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा था. इन्होंने ही कश्मीरी पंडितों की कश्मीर घाटी से निकलने में मदद की.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर टिप्पणी के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने पर बीजेपी की आलोचना की. पवार ने कहा कि राजनीतिक आंदोलनों का स्वागत है, लेकिन अल्पसंख्यकों के बारे में बोलने पर केजरीवाल की आलोचना की गई. भाजपा देश को एक अलग मार्ग पर ले जा रही है. वह देश की एकता को नष्ट कर रही है.