'सेक्सटॉर्शन' गैंग गिरफ्तार, सॉफ्टवेयर इंजीनियर लड़की दोस्तों के साथ ऐसे हनीट्रैप में फंसाती थी
पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार कर लिया है.
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने एक बड़े सेक्सटॉर्शन रैकेट का खुलासा किया है. इस रैकेट को सॉफ्टवेयर इंजीनियर लड़की और लड़कों द्वारा अपने महंगे शौक पूरा करने के लिए चलाया जा रहा था. अमीर लोगों को हनीट्रैप के खेल में फंसाने के बाद उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी. इस मामले का खुलासा एक करोड़ सेक्सटॉर्शन मामले में शिकायत आने के बाद हुआ. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट का मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, दिल्ली पुलिस को एक करोड़ रुपये की रंगदारी की शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से एक अज्ञात व्यक्ति कॉल कर रहा था और उससे एक करोड़ रुपये की मांग कर रहा था. उसकी अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी भी दी जा रही थी.
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने छापेमारी की और राजकिशोर नाम के एक संदिग्ध को डीएलएफ-2 गुड़गांव, हरियाणा से गिरफ्तार किया. पूछताछ करने पर उसने जबरन वसूली के इस मामले में अपनी संलिप्तता कबूल की और अपने साथियों के बारे में भी बताया. आरोपी की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच ने सेक्टर-67 गुड़गांव की एक लड़की और बी-269, छतरपुर एन्क्लेव- II, दिल्ली से आर्यन दीक्षित नाम के आरोपी को दबोच लिया.
आरोपियों के फ्लैट की तलाशी के दौरान स्पाई कैमरा, मेमोरी कार्ड, यूएसबी पेन ड्राइव, पीड़ितों के वीडियो, तस्वीरों वाला लैपटॉप, एक मोबाइल फोन मेक सैमसंग बरादम किया गया, जिसका इस्तेमाल पीड़ित से जबरन वसूली के लिए किया गया था. इस रैकेट का मास्टरमाइंड राज किशोर सिंह है, जोकि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.
राज किशोर सिंह वर्ष 2012 में दिल्ली आया था. उसे पहले केस में गिरफ्तार किया गया है. लैविश जीवन शैली के कारण अपने खर्चों को पूरा करने के लिए वह बुरी संगत में पड़ गया. उसने गुड़गांव में एक एसपीए (बॉडी मसाज) शुरू किया और कॉल गर्ल सेवाओं के लिए लड़कियों की भर्ती की. इसके बाद उन लड़कियों का इस्तेमाल अमीर लोगों को हनीट्रैप करने के लिए किया.
वहीं छतरपुर का रहने वाला आर्यन दीक्षित नोएडा से MBA ग्रेजुएट है और वर्तमान में उसका अपना ऑनलाइन गारमेंट्स का व्यवसाय है. वह आसानी से पैसा कमाने के लिए अपनी प्रेमिका के माध्यम से राजकिशोर से मिला था.
वहीं गिरफ्तार लड़की गुरुग्राम की रहने वाली है. वो भी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और आर्यन दीक्षित की दोस्त है. लॉकडाउन के दौरान वह बेरोजगार थी और नौकरी की तलाश में थी. इसी बीच उसकी मुलाकात राजकिशोर से हुई, जो उसे हनी ट्रैपिंग के लिए इस्तेमाल करता था.
प्लानिंग के मुताबिक, ये गैंग टिंडर ऐप के माध्यम से धनी व्यापारियों की तलाश करता था. उसके बाद किसी एक शख्स को टारगेट करने के बाद उसे जाल में फंसाने की शुरुआत की जाती थी. बातों के जाल में फंसते ही मीटिंग होती थी. इस मीटिंग के अश्लील फोटो और वीडियो लड़कियों द्वारा "स्पाई हैंडबैग कैमरा" द्वारा खींच लिये जाते थे.
इसके बाद कुछ दिन बात मास्टरमाइंड का फोन आता था, जिसमें इन अश्लील फोटो और वीडियो को यूट्यूब, फेसबुक आदि पर वायरल करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू किया जाता था. क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप बरामद किया, जिसमें पीड़ित के साथ आरोपी लड़की के साथ की अश्लील तस्वीरें और पेन ड्राइव में वीडियो थे.
क्राइम ब्रांच ने स्पाई कैमरा से लैस दो लेडी हैंडबैग, दो स्पाई कैमरा, एक हुंडई वेन्यू कार भी बरामद की है. पीड़ितों के साथ आरोपी लड़की की अश्लील फोटो और वीडियो वाले दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं.