सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, नशा छुड़ाओ केंद्र में चल रहा था कारोबार
पांच बड़े होटलों में पुलिस की रेड
पंजाब। पंजाब में बड़े स्तर हो रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ हुआ है। नशे व देह व्यापार करने वालों के चंगुल से छूटी युवती की शिकायत पर थाना साउथ सिटी की पुलिस ने एक दंपती सहित तीन के खिलाफ देह व्यापार का धंधा करने व नशा तस्करी में मामला दर्ज कर किया है। एफआईआर में शहर के उन पांच होटलों का नाम भी लिखा गया है, जिनमें पीड़ित युवती को ग्राहकों के सामने परोसा जाता था। केस में कोट सदर खां निवासी समाजसेवी मनवीर सिंह सिद्धू का नाम भी शामिल है जिसने पहले पीड़िता को अपनी कोठी में लेजाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
बाद में किसी अन्य के हवाले कर दिया। मनवीर सिद्धू का हिमाचल प्रदेश में नशा छुड़ाओ केंद्र बड़े स्तर पर चल रहा है। वहां उसकी छवि नशे के खिलाफ काम करने वाले समाजसेवी की बनी हुई है, लेकिन उसका असल किरदार कुछ और ही निकला। नौकरी दिलाने के बहाने करवाने लगे थे नशा तस्करी व देह व्यापार पीड़ित युवती ने अपनी शिकायत में कहा कि वह न्यू फैशन वंडर संत नगर में सात हजार रुपये महीने में काम करती थी। वहां मंगा सिंह नाम का एक लड़का कटिंग करवाने के लिए आता था जिसके साथ उसकी दोस्ती हो गई। उसने मंगा सिंह से कुछ अच्छी नौकरी बताने के लिए कहा था। मंगा ने नौकरी दिलाने के बहाने देह व्यापार व नशे का धंधा करने वाले दंपती के हवाले यह कहते हुए सौंप दिया कि बुक्कनवाला रोड निवासी सुखदीप सिंह उर्फ सुक्खा उसका दोस्त है। उसका घरेलू काम करना है, बदले में वह 10 हजार रुपये महीने देगा।
एक जुलाई को वह सुक्खा सिंह के यहां काम करने गई थी। दो-तीन दिन बाद ही सुक्खा सिंह व उसकी पत्नी सुमनप्रीत ने उसे उसके विरोध करने के बावजूद नशा देकर किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ भेज दिया। बाद में यह रोज का काम बन गया। विरोध करने पर मारपीट करता था दंपती पीडि़ता ने बताया है कि वह जब इस काम के लिए विरोध करती थी तो उसे पीटा जाता था। युवती ने दर्ज कराई एफआइआर में बताया है कि आरोपित दंपती उसे मनप्रीत स्टूडियो जगरांओ, दिल्ली होटल निकट धवन पैलेस, पीवी 29 होटल, पांच बुतों वाली गली, संधू होटल, निर्मल गेस्ट हाउस मोगा में भेजते थे। वहां रात में ग्राहकों के सामने उसे नशा देकर परोसा जाता था। किसी तरह वह वहां से भागकर किसान यूनियन की नेता राजरानी के संपर्क में आई। उन्होंने उसे एसएसपी से मिलवाया था। इस मामले में थाना प्रभारी अमनदीप कंबोज का कहना है कि आरोपितों की तलाश की जा रही है। होटलों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। जिन होटलों के नाम पीड़ित युवती ने एफआइआर में लिखवाए हैं, ये वो हैं जिनमें देह व्यापार बेखौफ होता है। जैसे ही कोई मामला होटलों के खिलाफ बनता है तो होटल के नाम व मैनेजर बदल जाते हैं, लेकिन काम नहीं बदलता। मालिक भी वही रहते हैं, लेकिन मालिक यह कहकर बच निकलते हैं कि होटल की इमारत उन्होंने किराये पर दे रखी है।