सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, इस जगह 2 विदेशी लड़कियों को किया गया गिरफ्तार
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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा से जिस्मफरोशी के आरोप में दो उज्बेकिस्तान की युवतियों समेत तीन को गिरफ्तार किया है। 24 और 28 साल की दो विदेशी युवतियों के अलावा तीसरा आरोपी कैब चालक है। इसकी पहचान जहांगीरपुरी निवासी पूरन सिंह (47) के रूप में हुई है। पूरन विदेशी लड़कियों से दो-दो हजार रुपये कमीशन लेकर उनको ग्राहकों के पास छोड़कर आता था। विदेशी युवतियां भी ग्राहकों से 20 से 25 हजार रुपये लेती थीं। पुलिस को मामले में कई अन्य आरोपियों की तलाश है। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि विदेशी युवतियां वीजा समाप्त होने के बाद भी भारत में अवैध रूप से रह रही थीं।
अपराध शाखा की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि कुछ विदेशी लड़कियां भारत में वीजा समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से रुककर सेक्स रैकेट चला रही हैं। मोनू नामक एजेंट ग्राहकों को जरूरत के हिसाब से विदेशी लड़कियां उपलब्ध करवाते हैं। पुलिस की टीम ने नकली ग्राहक की मदद से मोनू से तीन से चार लड़कियां सप्लाई करने के लिए कहा। उसने एक लड़की के लिए 20 से 25 हजार रुपये की डिमांड की। बातचीत होने के बाद सेक्टर-15, रोहिणी में लड़कियों को बुलाया गया। इसके बाद एक कैब में दो लड़कियां वहां पहुंची। दोनों विदेशी युवती थीं। नकली ग्राहक ने उनसे बातचीत की और सौदा बीस हजार रुपये में तय हुआ। इसके बाद ग्राहक के इशारे पर दोनों युवतियों और कैब चालक पूरन को दबोच लिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों युवतियों ने बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थीं। अपने खर्चे पूरे करने के लिए दोनों ने जिस्मफरोशी का धंधा शुरू कर दिया। पूरन ने बताया कि वह चार-पांच माह पूव रमेश नामक एक दलाल के संपर्क में आया था। उसके कहने पर ही उसने लड़कियों को ग्राहकों के पास छोड़ना शुरू किया। लड़कियां उसे एक लड़की के हिसाब से दो-दो हजार कमीशन देती थीं। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पू्छताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।