ठेकेदार पर लगाया गंभीर आरोप, एक वीडियो के कारण हड़कंप
नौकरी छोड़ने के बाद भी उसको काम करते हुए दिखाया गया और तनख्वाह के पैसे खाते में भेजकर वापस मांगे गए.
न्यूज़ क्रेडिट: आजतक | DEMO PIC
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक नाई ने प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) के क्वाटर मास्टर और ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नाई का आरोप है कि नौकरी छोड़ने के बाद भी उसको काम करते हुए दिखाया गया और तनख्वाह के पैसे खाते में भेजकर वापस मांगे गए. नाई ने ऐसा करने से मना किया तो पीएसी के जवान उसकी दुकान पर पहुंचे. आरोप है कि जवान उसे जबरन उठा ले गए और उसे बंधक बनाकर पीटा गया. थाने में सुनवाई न होने पर पीड़ित ने जिले के आला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है. युवक ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है. वहीं, क्वाटर मास्टर ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है.
थाना ताजगंज के पुरानी मंडी निवासी पवन कुमार पेशे से नाई हैं. पवन की गंगा मंदिर के पास सैलून की दुकान है. पवन का आरोप है कि चह पीएसी मुख्यालय में Government e Marketplace (GeM) पोर्टल से जुड़कर कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था. रोजाना उसे वहां शेविंग और कटिंग का काम करना होता था. इसके लिए 9 हजार रुपए महीना तनख्वाह मिलती थी.
वर्तमान में नए ठेकेदार भुवनेश यादव ने कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट लिया हुआ है. भुवनेश लोगों को नौकरी पर रखता है और 2-3 महीने तनख्वाह लेट देता है. व्यक्ति नौकरी छोड़ देता है तो उसे तनख्वाह भी नहीं देता है. आरोप है कि इस काम में पीएसी का क्वाटर मास्टर अशोक चौधरी भी उसके साथ मिलीभगत रखते हैं.
पवन का आरोप है, ''नौकरी छोड़ने के दो माह बाद उसके खाते में 16 हजार 800 रुपए आ गए. ठेकेदार ने नौकरी छोड़ने के बाद भी उसे काम करता दिखाया था और खाते में आए पैसे वापस देने को दबाव बनाना शुरू कर दिया. यह पैसा मैंने सरकारी अधिकारी को लिखित में देने की बात कही.
शुक्रवार को अचानक कुछ पुलिसकर्मी (पीएसी के जवान) दुकान पर आए और जबरन थाने ले जाने की कहने लगे. जब मैं उनके साथ गया तो वो मुझे थाने न ले जाकर पीएसी लेकर गए. यहां मुझे बुरी तरह पीटा गया. इतना मारा गया कि मेरी पेशाब निकल गई. मजबूर होकर मैंने पैसे दे दिए. उन्होंने मुझसे लिखा-पढ़ी भी करवाई.''
पवन ने अपने आरोपों में आगे बताया, ''बुरी तरह पिटाई के बाद मुझे डर लगा कि कहीं ऐसा न हो कि आगे भी ऐसा हो, तो मैं शिकायत लेकर थाने ताजगंज गया. यहां तहरीर देने पर मुझे पूरा दिन टहलाया गया और शनिवार को मुझपर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा. मामले की शिकायत मैंने एसपी सिटी को फोन के माध्यम से की और उन्हें अपनी हालत की तस्वीरें भी भेजी हैं.''
पीड़ित पवन कुमार ने अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अपना एक वीडियो बनाकर वायरल किया है. पवन ने रोते हुए अपने साथ हुए अत्याचार की कहानी बताई है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है.
पवन के अनुसार, सोमवार को एसएसपी से मिलकर शिकायत करेगा. पवन के साथ ज्यादती बयान करते वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जानकारी न होने की बात कह रही है.
इस संबंध में पीएसी के किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया है लेकिन पीएसी के एक अधिकारी का नाम न छापने की शर्त पर अनौपचारिक रूप से कहना है कि युवक द्वारा नौकरी छोड़ दी गई थी. गलती से दूसरे नाई की तनख्वाह उसके खाते में ट्रांसफर हो गई. युवक पैसे वापस करने में कई दिन से आनाकानी कर रहा था. बाद में उसने लिखा-पढ़ी के साथ नए कर्मचारी को उसकी तनख्वाह के पैसे दिए हैं. मारपीट का आरोप झूठा है.