मथुरा (आईएएनएस)| अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने के आह्वान के मद्देनजर मथुरा जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। संगठन ने 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की 30वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को 'सनातन समर्पण दिवस' मनाने का फैसला किया है। मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश पांडे ने कहा, 6 दिसंबर को अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा प्रस्तावित स्थल पर 'हनुमान चालीसा' के पाठ सहित इस तरह के किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए न तो कोई अनुमति मांगी गई और न ही दी गई। प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों से गंभीरता से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर और शाही ईदगाह मस्जिद की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा की जाती है। 6 दिसंबर की संवेदनशीलता को देखते हुए हमने पहले ही से ही आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया है।
पांडे ने कहा, हम मंगलवार को इस तरह के आह्वान करने वाले संगठन और कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। किसी भी गैरकानूनी सभा को प्रतिबंधित करने वाली आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू होने के कारण किसी को भी निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एसएसपी ने तैनात कर्मियों की संख्या के बारे में अधिक जानकारी दिए बिना कहा, खुफिया विभाग की टीमों के अलावा पीएसी, राज्य पुलिस और यातायात पुलिस सहित पर्याप्त बल तैनात किया जाना है।
उधर, एबीएचएम के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने कहा कि कुछ भी हो, मंगलवार को दोपहर 12 बजे 'हनुमान चालीसा' का पाठ होगा.
दिनेश कौशिक ने कहा, प्रशासन हमें परेशान करने के लिए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास के होटलों में बुकिंग रद्द कर रहा है। एबीएचएम के अनिवासी भारतीय (एनआरआई) कार्यकतार्ओं को हवाई अड्डों पर रोका जा रहा है। एबीएचएम के प्रदेश प्रवक्ता संजय हरियाणा और नेता नीरज गौतम को घर में नजरबंद रखा जा रहा है। पुलिस मथुरा में मेरे घर पहुंच गई है।
कौशिक ने चेतावनी दी, अगर हमें निर्धारित समय के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ करने की अनुमति नहीं दी गई तो मैं श्रीकृष्ण जन्मभूमि के द्वार पर आत्महत्या कर लूंगा।
उधर, मथुरा पुलिस ने 6 दिसंबर की घटना के संबंध में भड़काऊ कॉल करने के लिए दो मामले दर्ज किए हैं।