सिक्योरिटी गार्ड निकला सीरियल किलर, चार लड़कियों की कर दी हत्या

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Update: 2022-01-11 15:56 GMT

फरीदाबाद में एक छात्रा के अपहरण व हत्या के मामले में रिमांड पर चल रहा सिक्योरिटी गार्ड एक सीरियल किलर निकला। क्राइम ब्रांच डीएलएफ के समक्ष उसने पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन किशोरी समेत चार लड़कियों की हत्या करने की वारदात कबूली है। हत्या को अंजाम देने से पहले वह लड़कियों से छेड़छाड़ करता था, विरोध या चिल्लाने पर गला दबाकर हत्या कर देता था।

दोस्त की बेटी की हत्या के आरोप में किया था गिरफ्तार : डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 22 वर्षीय छात्रा की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने आरोपी सिंहराज को गिरफ्तार किया था। जहां रिमांड के दौरान उसने पूछताछ में एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे किए। सिंहराज से रिमांड के दौरान पूछताछ में पता चला कि वो एक सीरियल किलर है। इससे पहले भी वह तीन नाबालिग लड़कियों की हत्या कर चुका है। 31 दिसंबर को आरोपी ने अपने ही दोस्त की 22 वर्षीय बेटी को सेक्टर-17 नहर के पुल के पास ले गया, जहां उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपी ने पहले की तरह उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी तथा उसके शव को नहर में ढकेल दिया, लेकिन शव नहर किनारे झाड़ियों में फंसे रह जाने के कारण बह नहीं सका। इसके चलते उसकी पहचान हो गई। अन्यथा इस बार भी सीरियल किलर बच निकलता।
चाचा और चचेरे भाई की हत्या का भी था आरोप : पुलिस के मुताबिक, आरोपी सिंहराज पर साल 1986 में अपने चाचा व उनके बेटे की हत्या का आरोप था। इस वारदात के लिए उसे छायंसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। मगर साक्ष्यों के अभाव में वह कोर्ट से छूट गया था। जिसके बाद से वो चौकीदारी का काम कर रहा था। आरोपी सिंहराज सेक्टर-16 सिटी अस्पताल में चौकीदारी करता था
विश्वास बनाकर अपनों के साथ करता था विश्वासघात
अगवा लड़कियों में एक किशोरी 14 साल की थी, जो पढ़ाई न करने के चलते कभी कभार शहर की एक मार्केट में चाय की रेहड़ी लगाने वाले भाई के पास आती-जाती रहती थी। जहां इस सनकी सीरियल किलर की नजर उस पर पड़ गई। 5 दिसंबर 2019 की शाम करीब साढ़े 7 बजे भाई ने अपनी बहन को दुकान से सरसों का तेल लेकर घर खाना बनाने के लिए भेजा था। इसके बाद से वह अचानक गायब हो गई। आज तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। आरोपी का हर दिन इस रेहड़ी पर आना-जाना था। किसी को उसकी हरकत पर शक न हो, इसे लेकर वह लड़की के भाई को सलाह देता था कि वह अपनी बहन को ऐसे अकेला मत भेजा करो। इससे सीरियल किलर के प्रति और विश्वास बनता चला गया।
आठ महीने बाद लॉकडाउन में गायब हुई दूसरी किशोरी
2 अगस्त 2020 को 12 वर्षीय किशोरी गायब हुई। उस दिन शाम 4 बजे वह सामान लेने के लिए सागर सिनेमा के पास मार्केट गई थी। जिसका अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है। गायब किशोरी के मजदूरी करने वाले परिजन अपनी बच्ची को जगह-जगह तलाशते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। सेक्टर-17 थाना पुलिस भी बच्चियों की तलाश में सीसीटीवी कैमरे खंगालती रही, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।
10 महीने बाद 15 वर्षीय किशोरी हुई गायब
सेक्टर-17 थाना इलाके से दो लड़कियों के गायब होने 16 जून 2021 को अस्पताल में साफ-सफाई के लिए तीसरी किशोरी गायब हो गई। उस समय रास्ते में मिली किशारी की मां को उसने बताया था कि वह अस्पताल में बकाया एक हजार रुपयों को लेने जा रही है। इसके बाद से आज तक उसका का कोई पता नहीं चल सका, लेकिन शातिर सिक्योरिटी गार्ड किसी भी फंदे में नहीं फंस सका। यहां तक कि पूछताछ के दौरान वह फुटेज दिखाते वक्त भी पुलिस कर्मियों के सामने वह भोला बना रहा। जिस इलाके से ये बच्चियां गायब हुईं, आरोपी उसी इलाके के अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था।
आगरा नहर का उठाता था फायदा
आरोपी ने खुलासा किया है कि वह गलत हरकत करने के दौरान चीखने पर वह लड़कियों की गला दबाकर हत्या कर आगरा नहर में फेंक देता था। दरअसल, जहां से ये लड़कियां गायब हुईं, वहां से मुश्किल से आगरा नहर की दूरी 500 से एक किलोमीटर तक की है। इसके चलते उसने लड़कियों की हत्या कर शवों को ठिकाने लगाने के लिए आगरा नहर को अपना ठिकाना बनाया हुआ था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पहले किसी कपड़े से किशोरियों का गला दबा देता था।
आरोपी पर एससी-एसटी एक्ट में भी दर्ज हुआ मुकदमा
दोस्त की बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने शुरुआती दौर में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया था। बाद में युवती का शव मिलने पर हत्या की धाराएं लगाने के बाद इस केस की जांच क्राइम ब्रांच डीएलएफ को सौंपी गई थी। अब इस मामले में एससी-एसटी एक्ट लगाकर जांच का जिम्मा एसपी क्राइम को सौंपा गया है।
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