जैसलमेर। जैसलमेर पोकरण. क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोराणी की सरपंच, उसके पति, 3 ग्राम विकास अधिकारियों व ठेकेदार पर फर्जीवाड़ा व गबन करने का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने न्यायालय में इस्तगासा पेश किया। न्यायालय के आदेश पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार मांगोलाई निवासी मोहम्मद उस्मान पुत्र हकीमखां ने न्यायालय में बताया कि ग्राम पंचायत मोराणी की सरपंच सुनीता भील, उसके पति जगदीश भील, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी गुलाबसिंह, विनोद चौधरी, चौथाराम व कार्यकारी एजेंसी के माणकलाल की ओर से मिलीभगत कर सरकारी राशि का गबन किया। इस्तगासे में बताया कि मजीतखां पुत्र हकीमखां के घर के पास सार्वजनिक शौचालय के लिए 70 हजार रुपए स्वीकृत किए गए।
जिसका कार्य भौतिक रूप से कहीं नहीं किया गया। सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर कार्य पूर्ण बता दिया और राशि उठा ली। इसी प्रकार चंदा खातुन पत्नी इब्राहिमखां के नाम से मनरेगा में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जॉबकार्ड बनाया गया और किसी अन्य व्यक्ति के खाता नंबर डालकर कुल राशि 3 हजार 331 रुपए गबन कर हड़प लिए गए। जबकि चंदा खातुन का देहांत 2008 में हो चुका है। जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत की ओर से जारी किया गया था।
अब्दुल हमीद पुत्र सुल्तानखां के नाम से सार्वजनिक शौचालय के लिए तीन बार अलग-अलग 2 लाख 53 हजार रुपए राशि स्वीकृत की गई, जबकि निर्माण कार्य एक बार भी नहीं किया गया और राशि का गबन कर हड़प कर ली गई। सरपंच के पति जगदीश भील ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अपने ही परिवार के सदस्यों के नाम से फर्जी जॉबकार्ड बनाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया। इसके अलावा इस्तागासे में कई तरह के आरोप लगाए गए और सरकारी राशि का दुरुपयोग कर गबन किया गया। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की जांच उपनिरीक्षक रामलाल कर रहे है।