ग्रेटर नॉएडा न्यूज़: विकास प्राधिकरण के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के किसान लगातार धरने पर बैठे हुए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को किसान महापड़ाव के 50वें दिन बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर धरना स्थल पर पहुंचे। प्राधिकरण के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया। आज के धरने की अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने की और संचालन टीकम नागर ने किया। किसानों के धरने को समर्थन देने के लिए आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पहुंचे। किसान नेता पूनम पंडित, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल, कांग्रेस पार्टी और विभिन्न संगठनों के नेताओं ने अपना समर्थन दिया।
सरकारें तो आएंगी और जाएंगी, अफसर न्याय करें : संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री देश को अदाणी के हाथ गिरवी रखना चाहते हैं। सभी चीजें अडानी के नाम करी जा रही हैं। रेलवे स्टेशन हों या एयरपोर्ट, बस स्टॉप हों या पोर्ट, सभी को अदाणी को दिया जा रहा है। ऐसा लगता है कि देश के अंदर लोकतंत्र ना होकर अदाणी का राज हो गया है। किसान और मजदूर को उसका हक नहीं मिल रहा है। उसको अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा है। उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। क्या इस तरीके से भारत विश्व गुरु बनेगा?" साथ ही उन्होंने प्राधिकरण में बैठे अधिकारियों से कहा कि किसानों के साथ अन्याय न करें। आप भी किसी न किसी किसान परिवार से आते होंगे और किसान परिवार की पीड़ा क्या होती है, उससे आप भली-भांति वाकिफ होंगे। सरकारें तो आती और जाती रहती हैं। परंतु, आप लोगों को सरकार के इशारे पर काम न करके न्याय के सिद्धांत पर कार्य करना चाहिए।"
किसानों को बिना शर्त रिहा करो नहीं तो जेल भरेंगे : चंद्रशेखर
आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने कहा, "अब किसान और मजदूर अपनी समस्या को समझने लगे हैं और वह एकजुट होकर अपने हकों के प्रति जागृत हो रहे हैं।" साथ ही उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि इन किसानों के अधिकारों को उनको दिया जाए और जो किसान जेल में बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द बिना शर्त रिहा किया जाए, अन्यथा आजाद समाज पार्टी एक सप्ताह बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर तालाबंदी करने आएगी। उन्होंने दोहराया कि जेल के अंदर जो हमारे किसान बंद हैं, उनको जेल प्रशासन प्रताड़ित ना करे, वरना बड़ी संख्या में धरना स्थल से जेल भरो कार्यक्रम भी चलाया जाएगा। प्रशासन ने किसानों के धरना स्थल से सामान जब्त किया है, उस सामान को जल्द से जल्द लौटाया जाए।"
आखिर कहां सो रहे हैं जनप्रतिनिधि : राजकुमार भाटी
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा, "हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। उन्हें यह नहीं दिखाई दे रहा है कि कितनी भीषण गर्मी में 50 गांवों के किसान, महिला, बच्चे और बूढ़े सभी इस धरने में शामिल हैं। पूरे के पूरे परिवार यहां आकर बैठे हुए हैं। उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह बाहर निकलकर आएं। किसानों की समस्याओं का निराकरण करें। इन्हीं किसानों ने उन्हें भारी बहुमत से जिताकर सदनों में अपनी आवाज उठाने के लिए भेजा था।"
'बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को प्रताड़ित किया जा रहा'
किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा, "पिछले 50 दिनों से किसान इस धरने पर बैठे हुए हैं। इस क्षेत्र से भारी संख्या में दिन और रात लोग जुटे हुए हैं। लोकतंत्र में किसानों का यह अधिकार है कि वह अपनी आवाज सुनाने के लिए धरना दे सकते हैं, परंतु ना ही तो प्राधिकरण को और ना ही सरकार को इन लोगों के हक की चिंता है। छोटे-छोटे बच्चे धरने में आ रहे हैं। बुजुर्ग इस धरने में शामिल हैं। अगर ऐसी भयंकर गर्मी में कोई अनहोनी हो गई तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? जो लोग धरने में प्रमुख रूप से भूमिका निभा रहे हैं, उन्हें अलग-अलग तरीका से प्रताड़ित किया जा रहा है। फर्जी मुकदमे उन पर लगाए जा रहे हैं। डराया जा रहा है। धमकाया जा रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है।"
धरने में यह लोग रहे मौजूद
आज के धरने में मुख्य रूप से नरेंद्र भाटी, सुनील फौजी, हरेंद्र खारी, सुधीर भाटी, इंद्र प्रधान, जनार्दन भाटी, प्रकाश प्रधान, राजेश प्रधान, रविंद्र भाटी, संदीप थापखेड़ा, एमपी यादव, सतीश यादव, अजय एड०, डॉक्टर महेंद्र नागर, अजय चौधरी, सुरेंद्र पंडित, रीना भाटी, कुसुम, रेखा रावल, संगीता रावल, सुनीता, बबीता, सुशील प्रधान, बबली गुर्जर, विकास गुर्जर, राजीव नगर, नरेंद्र प्रधान, अक्षय चौधरी, अविनाश भाटी, मोहित नागर, सुशांत भाटी, आकाश नगर सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।