मुंबई। समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई में सबकुछ ठीक नहीं है। पिछले 6 महीने से जिस बात की आशंका जताई जा रही थी, आखिरकार आज वही हुआ। महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के बड़े नेता रईस शेख ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। रईस शेख ने अपने इस्तीफे की कॉपी प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी को सौंपा है। हालांकि रईस शेख सार्वजनिक तौर पर अपने इस्तीफे की वजह पर खुलकर नहीं बोल रहें हैं, अबू आजमी के मनमाने रवैये और उनकी कार्यप्रणाली से रईस शेख काफी नाराज हैं।
महाराष्ट्र में सपा का जनाधार लगातार कमजोर होता जा रहा है। सपा के मुस्लिम और उत्तर भारतीय मतदाताओं का झुकाव AIMIM और कांग्रेस की ओर बढ़ रहा है। समाजवादी पार्टी को महाराष्ट्र में कैसे मजबूत बनाया जाए और कैसे युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ा जाए, इसको लेकर रईस शेख ने बाकायदा एक डिटेल कार्यक्रम बनाकर राज्य नेतृत्व को सौंपा था। पिछले साल भर से रईस शेख पार्टी के भीतर सुधार लाने के लिए लड़ रहे थे, लेकिन उनकी एक ना सुनी गई। अबू आजमी ने रईस शेख के सुझाव पर काम नहीं किया।
उलटे रईस शेख को पार्टी में आईसोलेट करने की कोशिश की गई। सूत्रों की मानें तो रईस शेख के भिवंडी विधानसभा क्षेत्र में भी राज्य नेतृत्व की ओर से हस्तक्षेप करने की कोशिश की जा रही थी। महाराष्ट्र में रईस शेख समाजवादी पार्टी का बड़ा चेहरा हैं। रईस अपनी साफ सुथरी छवि, सबूतों के साथ जनहित से जुड़े मुद्दे उठाने के लिए जाने जाते हैं। जब वह बीएमसी में पार्षद थे तब 3 बार उन्हें मुंबई का सर्वश्रेष्ठ पार्षद चुना गया था। वहीं रईस शेख का कहना है कि वो पार्टी नहीं छोड़ेंगे और पार्टी में रहकर ही संघर्ष करेंगे। इसके साथ ही वह जरूरी सुधार लाने का प्रयास करेंगे।