मारपीट से दुखी होकर मजदूर ने लगाई फांसी, जांच में जुटी पुलिस

जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2023-04-26 16:19 GMT
बहसूमा। क्षेत्र के ग्राम अस्सा में एक दलित समाज के व्यक्ति ने बुधवार की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिससे उसके परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हे। लेकिन परिवार के लोग पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को लेकर थाने पर पहुंच गए तथा आरोपियों की गिरफ्तारी करने की मांग करने लगे। बाद में पुलिस ने चारों आरोपियों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करने का आश्वासन दिया उसके बाद मृतक के परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे और शव का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान गांव में पुलिस फोर्स भी तैनात रहा। बताते चलें कि क्षेत्र के ग्राम अस्सा का रहने वाले मनोज कुमार जाटव उम्र 38 वर्ष के साथ मंगलवार की सुबह पड़ोस के ही रहने वाले कुछ लोगों ने मारपीट कर दी थी। मारपीट की शिकायत लेकर मनोज कुमार जाटव थाना पहुंचा तथा पुलिस को आपबीती बताते हुए अपने ही समाज के 4 आरोपियों के विरुद्ध लिखित तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की। लेकिन पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को ऐसे ही रफा-दफा कर दिया। जिससे मनोज काफी दुखी हो गया और उसने बुधवार की कल सुबह तकरीबन 2: बजे कमरे के
रोशनदान में लटककर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को सुबह होने पर उस समय लगी जब मृतक की पत्नी ने कमरे के अंदर अपने पति का शव लटका हुआ देखा। अचानक हुई इस घटना से समस्त परिवार में कोहराम मच गया। इसी बीच परिवार के किसी व्यक्ति ने आनन-फानन में फोन पर पूरे मामले से थाना पुलिस को अवगत कराया। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अवनीश कुमार शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तथा शव को कब्जे में लेने का प्रयास करने लगे। लेकिन परिवार के लोग बार-बार पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। जिसके बाद थाना प्रभारी ने मृतक के परिवार को बताया कि मारपीट की रिपोर्ट उन्होंने मंगलवार की रात ही दर्ज कर ली थी हलका इंचार्ज भी गांव में दबिश के लिए आए थे लेकिन आरोपी उन्हें नहीं मिले थे ‌।
परिजनों का कहना था कि मृतक मनोज के साथ पड़ोस के 4 लोगों ने बेवजह मारपीट की थी जिसकी शिकायत उसने पुलिस से की लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया जिससे नाराज होकर उसने आत्महत्या कर ली। काफी मान मनोबल के बाद थाना प्रभारी ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए मेरठ भिजवाया। मृतक के भाई प्रमोद ने थाना पुलिस को बताया कि उसके भाई मनोज ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें उसने पुलिस प्रशासन से मारपीट करने वाले चारों आरोपियों जिनके नाम बिट्टू, मिथुन, प्रिंस वह मिंटू के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। थाना प्रभारी ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेते हुए पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया कि जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में दर्ज है वह उन सभी के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे। इसके बाद पुलिस और परिवार के लोग शव को पोस्टमार्टम के लिए मेरठ लेकर चले गए। पोस्टमार्टम होने के बाद जैसे ही मृतक मनोज का शव परिजनों के सुपुर्द किया गया तभी वह लोग शव थाने लेकर पहुंच गए तथा आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। काफी देर तक हंगामा होने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को नामजद करते हुए उनके विरुद्ध हत्या के लिए उकसाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मृतक के शव का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस चारों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। थाना प्रभारी अवनीश कुमार शर्मा का कहना है कि आरोपी बिट्टू उर्फ भूपेंदर जाटव पुत्र महेंद्र, मिथुन जाटव पुत्र भोगा, प्रिंस जाटव पुत्र फतेह व पिंटू जाटव पुत्र नरेंद्र के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
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