दुखद और भयानक: असम और मिजोरम सीमा पर खूनी संघर्ष, सीएम ने कहा- जवानों की मौत के बाद जश्न मना रहे गुंडे, वीडियो

Update: 2021-07-27 03:47 GMT

असम और मिजोरम (Assam & Mizoram) के बीच लंबे वक्त से चले आ रहे सीमा विवाद ने सोमवार को एक खूनी संघर्ष का रूप ले लिया. कछार जिले के पास विवाद इतना गहराया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी (Firing) हुई और इस संघर्ष में असम के 6 जवान शहीद हो गए. दोनों राज्यों की सीमाओं पर हुए इस संघर्ष का असर सोशल मीडिया पर भी दिखाई दिया, राज्यों के मुख्यमंत्री ट्विटर पर एक-दूसरे को तल्ख जवाब देते नज़र आए.

दरअसल, असम के कछार जिले से सटी मिजोरम की सीमा पर बीते दिन दो गुटों में संघर्ष शुरू हुआ. देखते-देखते ही यहां पर स्थानीय लोगों, सुरक्षाबलों की भीड़ बढ़ती चली गई. पत्थरबाजी से शुरू हुई बात गोलीबारी तक पहुंची और इस पूरे संघर्ष में असम के 6 पुलिस जवान शहीद हो गए. इस घटना में करीब 50 लोग घायल हुए हैं. इस बड़े बवाल के बाद अब कुछ हदतक संघर्ष रुक गया है, लेकिन तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है.


इस संघर्ष से इतर सबसे प्रमुख चीज़ ये रही कि असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग शुरू हो गई. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा के बीच ट्विटर पर बहस हो गई.
सबसे पहले जोरमथंगा ने सीमा पर जारी उपद्रव की एक वीडियो पोस्ट की, जिसमें उन्होंने अमित शाह से दखल देने की अपील की. बाद में हिमंता बिस्व सरमा ने मिजोरम सीएम से ही उनके लोगों के लाठी-डंडे पकड़ने, हमला करने की जांच करने को कहा. इसी के साथ दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच ट्विटर पर तीखी बातचीत चलती रही.
दोनों राज्यों के बीच इस तरह तीखा संघर्ष होने के साथ मुख्यमंत्रियों में हो रही बहस के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्टिव हुए. अमित शाह ने दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की और शांति स्थापित करने की अपील की. बता दें कि ये पूरा बवाल तब हुआ है, जब एक दिन पहले ही अमित शाह दो दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे से वापस लौटे हैं. हालांकि, अभी विवाद पूरा टला नहीं है ऐसे में मुख्यमंत्रियों ने पीएमओ के दखल की मांग की है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार रात को एक वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि असम के पुलिसवालों को मारकर मिजोरम की पुलिस, गुंडे जश्न मना रहे हैं. वीडियो में मिजोरम पुलिस के जवान एक-दूसरे को बधाई देते दिख रहे हैं.


हिमंता बिस्वा सरमा ने देर रात को राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में इस पूरी घटना के बारे में बताया. हिमंता के अनुसार, मिजोरम की ओर से सीमा पर सड़क का निर्माण हो रहा था इससे ललितपुर फॉरेस्ट एरिया को नुकसान पहुंच रहा था. जब असम की पुलिस टीम वहां पर इसे रोकने के लिए पहुंची, तो संघर्ष शुरू हुआ. हिमंता का कहना है कि उनकी ओर से शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश है और इस विवाद का हल निकालना चाहते हैं.
एक ओर हिमंता बिस्वा सरमा आक्रामक हैं, तो दूसरी ओर मिजोरम के गृह मंत्री का कहना है कि असम के कई पुलिसवाले अचानक सीमा में आए और मिजोरम सीमा में बने पोस्ट को पार कर दिया. असम पुलिस ने कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद ये ताज़ा हिंसा शुरू हो पाई.
गौरतलब है कि मिजोरम और असम की सीमा पर पड़ने वाले कछार इलाके को लेकर ये पूरा विवाद है. स्थानीय लोग अक्सर खेती की जमीन को लेकर आपस में विवाद करते आए हैं, जबकि यही विवाद सीमा को लेकर बड़े विवाद का रूप लेता आया है. बीते लंबे समय से इसका असर दोनों राज्यों के रिश्तों पर पड़ा है, कुछ वक्त पहले भी ये विवाद गहराया था जब केंद्र की ओर से हस्तक्षेप किया गया था. 


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