सचिन पायलट ने राजनेताओं की भाषा पर चिंता जताई है

जानें क्या कहा…

Update: 2023-04-29 16:10 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इस बात में कोई शक नहीं है कि हाल के समय में राजनीतिक बहस का स्तर लगातार गिरता जा रहा है और ज्यादातर बहस एक दूसरे की आलोचना के स्थान पर अपशब्दों पर केंद्रित होकर रह गई हैं. खासकर चुनाव प्रचार के दौरान असंसदीय भाषा का प्रयोग इतना आम हो गया है कि इस बात में अंतर करना काफी मुश्किल हो गया है कि क्या संसदीय है और क्या नहीं. कर्नाटक में चुनावी सीजन चल रहा है.

इसलिए वहां से ऐसे बयान लगातार आ रहे हैं जो कई लोगों को असहज कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजनेताओं के लिए इस्तेमाल हो रही भाषा पर सवाल उठाते हुए अपनी चिंता जताई है.

पीएम मोदी और सोनिया गांधी पर टिप्पणी

दरअसल कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ‘जहरीले सांप’ के बाद ‘विषकन्या’ की एंट्री हो गई है. एक बीजेपी विधायक ने सोनिया गांधी को विषकन्या बता दिया. जबकि उससे एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को जहरीला सांप कहकर संबोधित किया था. जिसके बाद बीजेपी विधायक बासनगौड़ा का यह पलटवार सामने आया है. ऐसे में सचिन पायलट ने जो कहा उसे सुनना सबके लिए जरूरी है.

क्या अपने नेताओं को भी दिखाया आईना?

तो देखा आपने कैसे पायलट ने कहा कि चुनाव अपनी जगह है लेकिन मर्यादाओं को लांघकर ऐसे शब्दों का प्रयोग करके राजनिति में बहुत ही नकारात्मक उदाहरण दिया जा रहा है. सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष रही हैं, बहुत कद्दावर नेता हैं और उनके लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल निंदनीय है. गौरतलब है कि सचिन पायलट राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर हैं.

इसके बावजूद वो भाषा की मर्यादा का विशेष ध्यान रखते हैं. वो अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विरोध भी संयमित तरीके से करते हैं. ऐसे में माना जा सकता है कि इस बयान के जरिए उन्होंने बीजेपी के साथ कांग्रेस के बयानवीरों को भी बड़ी नसीहत देते हुए संयमित और मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने की सलाह दी है.

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